कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार विश्वासमत हासिल करने में असफल रही, जिससे कुमारस्वामी सरकार गिर गयी। इसके बाद अब ये सवाल उठ रहा है कि क्या मध्यप्रदेश में भी कर्नाटक जैसा हाल होगा। मंगलवार शाम को कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार गिरने के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस की ओर से विधायक जीतू पटवारी ने बीजेपी को चुनौती भरे स्वर में कहा कि ये कमलनाथ सरकार है और इसे गिराने के लिए बीजेपी को सात जन्म लेना पड़ेगा। इस पर बीजेपी की तरफ से बड़ी प्रतिक्रिया आई है। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि हमारे ऊपर वाले नंबर 1 या नंबर 2 का आदेश हुआ तो 24 घंटे भी आपकी सरकार नहीं चलेगी।
BJP leader and Madhya Pradesh Leader of Opposition Gopal Bhargav in Assembly: Hamare oopar wale number 1 ya number 2 ka aadesh hua to 24 ghante bhi aapki sarkar nahi chalegi (file pic) pic.twitter.com/e9oz26LTnW
— ANI (@ANI) July 24, 2019
गौरतलब है कि ये पहली बार नहीं है जब गोपाल भर्गव ने ऐसा बयान दिया हो। लोकसभा चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद भी गोपाल भार्गव ने राज्यपाल से विधानसभा का सत्र जल्द से जल्द बुलाने की मांग की थी, ताकि मोदी लहर में फ्लोर टेस्ट करवाकर कांग्रेस की सरकार गिराई जा सके।
मध्य प्रदेश विधानसभा में किसके कितने विधायक?
बता दें, 230 विधायकों वाली मध्यप्रदेश विधानसभा में किसी भी पार्टी के पास बहुमत नहीं है। मध्यप्रदेश में बहुमत का आंकड़ा 116 है, जबकि सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के पास बहुमत से दो विधायक कम हैं। लेकन बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से कांग्रेस ने सरकार बनाई थी। प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी के पास 109 विधायक थे, लेकिन हाल ही में रतलाम-झाबुआ सीट से सांसद बनने के बाद स्थानीय बीजेपी विधायक ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद अब बीजेपी के पास 108 विधायक बचे हैं। विधानसभा में 4 निर्दलीय विधायक हैं, जबकि बसपा के 2 और समाजवादी पार्टी के एक विधायक हैं।