भारत ने इथोपियन एयरलाइंस के एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के मद्देनजर बोइंग 737 मैक्स 8 विमान को प्रतिबंधित कर दिया है। नागर विमानन सचिव ने बुधवार शाम चार बजे दिल्ली में सभी एयरलाइंस की एक आपात बैठक बुलाई है। साथ ही सभी एयरपोर्ट पर बोइंग 737 मैक्स के संचालन पर रोक लगा दी गई है। भारतीय हवाई क्षेत्र में इन विमानों को शाम चार बजे के बाद प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
गौरतलब है कि रविवार को हुई इस विमान दुर्घटना में 157 लोगों की मौत हो गयी थी। यहां आपको बताते चलें कि स्पाइस जेट के पास करीब 12 ऐसे विमान हैं, जबकि जेट एयरवेज के पास ऐसे पांच विमान हैं। नागर विमानन मंत्रालय ने एक ट्विटर पर कहा कि डीजीसीए ने बोइंग 737-मैक्स विमानों के उड़ान भरने पर फौरन प्रतिबंध लगा दिया है। ये विमान तब तक उड़ान नहीं भरेंगे, जब तक कि सुरक्षित परिचालन के लिए उपयुक्त सुधार एवं सुरक्षा उपाय नहीं कर लिए जाते।
मंत्रालय ने कहा कि हमेशा की तरह यात्रियों की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। हम यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दुनिया भर के नियामकों, एयरलाइनों और विमान निर्माताओं के साथ करीबी परामर्श करना जारी रखेंगे।
DGCA: These planes will be grounded till appropriate modifications & safety measures are undertaken to ensure their safe operations. We continue to consult closely with regulators around the world, airlines, and aircraft manufacturers to ensure passenger safety. https://t.co/UmPt2Z0YyV
— ANI (@ANI) March 12, 2019
पिछले 5 महीने में दूसरा हादसा
गौरतलब है कि इथोपियन एयरलाइंस का बोइंग 737 मैक्स 8 विमान रविवार को इथोपिया के अदीस अबाबा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें चार भारतीय समेत विमान में सवार सभी 157 लोगों की मौत हो गयी थी। बीते करीब पांच महीने में बोइंग 737 मैक्स 8 विमान दूसरी बार हादसे का शिकार हुआ है। पिछले साल अक्टूबर में लायन एयरलाइन का इसी शृंखला एक विमान इंडोनेशिया में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 180 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी थी।
नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि सचिव को निर्देंश दिये हैं कि यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए आकस्मिक योजना तैयार करने के लिए सभी एयरलाइंस के साथ एक आपातकालीन बैठक करें। यात्रियों की सुरक्षा के समझौता नहीं किया जा सकता। वहीं यात्रियों के सफर पर इसका न्यूनतम असर पड़े, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं क्योंकि उनकी सुविधा अहम है।
एक बयान में स्पाइस जेट ने कहा कि हम बोइंग और डीजीसीए के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं। हम हमेशा की तरह सुरक्षा को पहले स्थान पर रखना जारी रहेंगे। हम डीजीसीए के कल के निर्देशों के अनुरूप पहले ही अतिरिक्त एहतियाती उपाय अमल में ला चुके हैं।
बोइंग का बयान
वहीं बोइंग ने कहा है कि सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है और हम इसे लेकर पूरी तरह आश्वस्त है। हम समझते हैं कि नियामक एजेंसियों और ग्राहकों ने निर्णय लिया है कि वे अपने घरेलू बाजारों के लिए सबसे उपयुक्त हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए उनके साथ बातचीत करना जारी रखेंगे कि उन्हें अपने बेड़े को संचालित करने के लिए आत्मविश्वास की आवश्यकता है। यूएस फेडरल एविएशन एडमन उस समय कोई और कार्रवाई नहीं कर रहा है और उपलब्ध जानकारी के आधार पर ऑपरेटरों के लिए मार्गदर्शन जारी करने के लिए हमारे पास कोई आधार नहीं है।
Boeing Statement on 737 MAX Operation: https://t.co/EL058Iarsg pic.twitter.com/lGQI5zJBfP
— The Boeing Company (@Boeing) March 12, 2019
कई देशों नें लगाया प्रतिबंध
यूरोपीय संघ और कई देशों ने अपने-अपने हवाई क्षेत्र में 737 मैक्स 8 के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस विमान के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला देश नीदरलैंड है। इसके अलावा ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने भी बोइंग 737 मैक्स 8 के उड़ान भरने पर रोक लगा दी है। तुर्की की एयरलाइन ने भी एलान किया है कि वह बुधवार से कुछ स्पष्टताएं आने तक इन विमानों का परिचालन नहीं करेगी।
वहीं नार्वे की एयर शटल एयरलाइन, दक्षिण कोरिया की ईस्टर जेट, दक्षिण अफ्रीका की कॉमैर ने भी इन विमानों से परिचालन नहीं करने का एलान किया है। सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, अर्जेंटीना और ओमान ने भी बोइंग 737 मैक्स विमानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। चीन ने घरेलू एयरलाइनों को सोमवार से ही इस विमान का परिचालन रोकने का आदेश दिया था। वहीं, इंडोनेशिया ने भी ऐसा ही किया है।
बोइंग 737 मैक्स विमानों की सेवाएं रोकने का कोई आधार नहीं : अमेरिका
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