लंदन | ब्रिटेन की संसद के सदस्य इवान लेविस ने ब्रिटेन सरकार से कश्मीर विवाद पर भारत व पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने का आग्रह किया है।
उन्होंने कश्मीर विवाद को ब्रिटेन के लिए ‘एक ऐतिहासिक दायित्व’ बताया है। भारत द्वारा बीते सप्ताह जम्मू एवं कश्मीर के विशेष दर्जे को निष्प्रभावी किए जाने के बाद भारत व पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ रहा है।
रेडियो पाकिस्तान की मंगलवार की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब को लिखे एक पत्र में लेविस ने कहा, “कश्मीर का क्षेत्र 70 सालों से ज्यादा समय से क्षेत्रीय संघर्ष व हिंसा का केंद्र रहा है।”
READ | My letter to Foreign Secretary @DominicRaab
I am very concerned by the Indian Governments decision to revoke Article 370 stripping #Kashmir of its autonomy
Our moral obligation is to speak out & in the 1st instance demand a peaceful resolution to the escalating situation pic.twitter.com/orC3ZXfUpK
— Ivan Lewis (@IvanLewis_MP) August 7, 2019
उन्होंने कहा, “हमारे नव-नियुक्त विदेश मंत्री के रूप में, आप निश्चित रूप से यह समझेंगे कि ब्रिटिश सरकार का ऐतिहासिक दायित्व है कि वह पाकिस्तान और भारत के बीच मध्यस्थता करने में मदद करे।”
लेविस ने कहा, “आप अवगत होंगे कि ब्रिटिश उपनिवेशी प्रशासन के उपमहाद्वीप से जाने के बाद कश्मीर में तनाव पैदा हुआ। कश्मीर के लोगों को नए राष्ट्र भारत के अधिकार क्षेत्र में छोड़ दिया गया।”
रिपोर्ट में कहा गया कि उन्होंने राब से ‘भारतीय सरकार की कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा करने का आग्रह’ किया।
उन्होंने कहा कि यह ‘हमारा नैतिक दायित्व है कि बोलें और कश्मीर में बढ़ते तनाव पर एक शांतिपूर्ण प्रस्ताव की मांग करें।’
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