विश्व कप 2019 जीतने का सपना टूटने के बाद टीम इंडिया वेस्टइंडीज दौरे पर जा रही है। 3 अगस्त से शुरू हो रहे कैरीबियन दौरे के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई है। इस दौरे पर टीम को तीन टी20, तीन वनडे और दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। टी-20 सीरीज के लिए दो भाइयों को टीम में जगह मिली है। ये हैं दीपक और राहुल चाहर। दोनों को आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन का फायदा मिला है। दीपक चाहर आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हैं और नई गेंद को स्विंग कराना उनकी खासियत है। वहीं राहुल चाहर मुंबई इंडियंस के स्पिन गेंदबाजी की कमान संभालते हैं। रिश्ते में दीपक और राहुल चचेरे भाई हैं और आईपीएल 2019 के फाइनल में दोनों एक-दूसरे के खिलाफ खेल रहे थे।
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— Rahul Chahar (@rdchahar1) July 21, 2019
आपको बता दें कि दीपक चाहर इंडिया के लिए एक टी20 मुकाबला खेल चुके हैं। 8 जुलाई 2018 को इंग्लैंड के खिलाफ उन्हें टीम इंडिया की जर्सी पहनने का मौका मिला। दीपक ने अपने पहले मैच में 1 विकेट लिया था। अगर राहुल चाहर को वेस्टइंडीज दौरे पर खेलने का मौका मिलता है तो वह उनके अंतर्राष्ट्रीय करियर का पहला मैच होगा।
वेस्टइंडीज दौरे के लिए टी20, वनडे और टेस्ट टीम घोषित, कोहली को कमान, जानें पूरी टीम
यह पहला मौका नहीं है जब आपस में भाई रहे क्रिकेटरों को एक साथ खेलने का मौका मिला हो। हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे ही कुछ क्रिकेटरों के बारे में…
हार्दिक पंड्या – क्रुणाल पंड्या
हार्दिक और क्रुणाल पंड्या दो भाई हैं जिनका नाम सबसे पहले क्रिकेटप्रेमियों के जेहन में आता है। दोनों भाई आईपीएल में मुंबई इंडियन्स के लिए खेलते रहे हैं। 6 फरवरी 2019 को वेलिंगटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 मैच में दोनों भाई एक साथ खेले थे। हार्दिक पंड्या तो टीम इंडिया में लगातार खेलते रहे हैं। क्रुणाल भी भारत के लिए 11 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं। क्रुणाल वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम में चुने गए हैं। लेकिन, हार्दिक चोट के चलते वेस्टइंडीज दौरे से बाहर हैं।
युसूफ़ पठान – इरफ़ान पठान
गुजरात के दो और भाइयों को टीम इंडिया में खेलते हुए अपना जौहर दिखाने का मौका मिला। ये भाई इरफ़ान और युसूफ पठान हैं। हालांकि, छोटे भाई इरफ़ान ने अपना पदार्पण बड़े भाई से पहले किया। 2003-04 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में डेब्यू के बाद से ही इरफ़ान का नाम और यश फैला। इतनी तेज़ी से कि क्रिकेट के गलियारों में और मीडिया के बाज़ारों में उन्हें भारत का दूसरा कहा जाने लगा। हालाँकि, गुरु ग्रेग की कृपा से इरफ़ान धीरे-धीरे अपनी लय और टीम में जगह खो बैठे। कुछ साल आईपीएल खेलने के बाद अब वह संन्यास ले चुके हैं।
युसूफ़ का इंटरनेशनल क्रिकेट में आगाज़ 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में हुआ था। आईपीएल के पहला सीज़न में भी युसूफ ने बल्ले से धूम मचाई थी और राजस्थान रॉयल्स को अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से ख़िताब जितवाया। भारत की टीम में इनका आना-जाना लगा रहा। युसूफ आजकल सिर्फ आईपीएल में खेलते हैं।
सुरिंदर अमरनाथ – मोहिंदर अमरनाथ
सुरिंदर और मोहिंदर अमरनाथ भाइयों की एक और जोड़ी रही जो टीम इंडिया के लिए खेली। ये दोनों भारत के लिए पहली टेस्ट सेंचुरी बनाने वाले लाला अमरनाथ के बेटे हैं। सुरिंदर दोनों भाइयों में बड़े थे और जनवरी 1976 में न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ़ अपने डेब्यू मैच में ही उन्होंने सेंचुरी ठोक दी थी। उनका क्रिकेट करियर लगभग 22 सालों तक चला।
VIDEO: जानें टीम इंडिया के लिए एक साथ खेलने वाली भाइयों की जोड़ी के बारे में
वहीं, छोटे भाई और ‘जिमी’ के नाम से मशहूर मोहिंदर अमरनाथ भारत की पहली वर्ल्ड कप जीत के शिल्पकार रहे। जिमी अमरनाथ 1983 वर्ल्ड कप के मैन ऑफ़ द सीरीज ही नहीं,सेमी-फाइनल और फाइनल में मैन ऑफ़ द मैच भी रहे थे। एक ऑल-राउंडर के तौर पर उन्होंने भारत के लिए 20 साल क्रिकेट खेला। दोनों भाइयों ने टीम इंडिया के लिए एक साथ 3 वनडे मैच भी खेला।
सी के नायडू – सी एस नायडू
भारत में क्रिकेट के आरंभिक दिनों के हीरो सी के नायड़ू भारतीय क्रिकेट टीम के पहले कप्तान थे। कर्नल सी के नायडू का क्रिकेट से इनका लगाव इतना रहा कि वह 67 साल की उम्र तक खेलते रहे। 1933 में विज़डन द्वारा उन्हें ‘क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर’ चुना गया। सी. के. नायडू भारत के पहले क्रिकेटर थे जिन्हें सरकार द्वारा ‘पद्मभूषण’ (1956) देकर सम्मानित किया गया। बीसीसीआई ने इनके सम्मान में क्रिकेटरों को दिए जाने वाले लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड का नाम भीरखा है। उनके भाई सी एस नायडू उनसे लगभग 19 साल छोटे थे। इनका करियर अपने बड़े भाई जितना प्रभावी तो नहीं रहा, लेकिन इन्होंने भी भारत के लिए क्रिकेट खेला।
दूसरी टीमों में भी खेली हैं भाइयों की जोड़ियां
भारत के अलावा दूसरी टीमों की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया के लिए स्टीव वॉ-मार्क वॉ, माइक हसी-डेविड हसी, ब्रेट ली-शेन ली, शॉन मार्श-मिशेल मार्श, इयान चैपल-ग्रेग चैपल जैसे भाइयों की जोड़ियां खेल चुकी हैं। पाकिस्तान के लिए उमर अकमल-कामरान अकमल-अदनान अकमल की जोड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना कमाल दिखा चुके हैं। एंडी फ्लॉवर-ग्रांट फ्लॉवर भाइयों के जिक्र के बिना ज़िम्बाब्वे क्रिकेट का इतिहास ही अधूरा है। साउथ अफ्रीका के एल्बी मॉर्केल-मोर्ने मॉर्केल, इंग्लैंड के टोनी ग्रेग-ईयन ग्रेग, वेस्टइंडीज के लिए डीजे ब्रावो-डीएम ब्रावो जैसे भाइयों की जोड़ियां रही हैं, जिन्होंने अपने देश की क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया।