देश में महिलाओं के खिलाफ हैवानियत की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला झारखंड के चतरा जिले का है। यहाँ दो नाबालिग बेटियों को न्याय दिलाने के लिए शुक्रवार को पूरा पिपरवार कोयलांचल सड़क पर उतर आया। आक्रोशित लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बेटियों को न्याय दिलाने के लिए हजारों महिलाएं सड़क पर उतरीं। लोगों ने ‘पुलिस प्रशासन हाय हाय’, ‘हत्यारों को फांसी दो’, ‘वी वांट जस्टिस’ के नारे लगाये।
दरअसल, चतरा जिला में पिपरवार थाना क्षेत्र की टीएमएच कॉलोनी की दो बच्चियां अपने भाई के साथ लकड़ी चुनने जंगल में गयीं थी। तीनों बच्चे दिन भर लापता रहे। गुरुवार सुबह जंगल में ग्रामीणों ने एक घायल बच्चे को देख। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। होश में आने पर बच्चे ने तीन लोगों के नाम बताये। उसके बयान के आधार पर पुलिस ने उन तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
आरोपियों की निशानदेही पर जंगल से एक 12 वर्षीय बच्ची का शव बरामद किया गया। 10 साल की दूसरी बच्ची गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिली। उसे इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया। लेकिन, रांची ले जाने के क्रम में दूसरी बच्ची ने भी रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
बच्चियों की मौत से आक्रोशित लोग गुरुवार को ही पिपरवार थाना पहुंच गये। आरोपियों को उनके हवाले करने की मांग करने लगे। मामला बिगड़ता देख आइटीबीपी के जवानों ने लाठीचार्ज कर दिया। इससे लोगों का गुस्सा और भड़क उठा। उन्होंने पुलिस की बस के शीशे तोड़ दिये। बाजार बंद करा दिये। कोयले की ढुलाई भी बंद करवा दी।
बच्चियों के खिलाफ दरिंदगी से लोगों का गुस्सा इस कदर फूटा है कि पूरा कोयलांचल ठप हो गया है। चारों ओर से लोग पिपरवार पहुंच रहे हैं और दोषी को जनता के हवाले करने की मांग कर रहे हैं। लोगों ने थाना को घेर रखा है। थाना के बाहर अर्द्धसैनिक बल की टुकड़ी को तैनात कर दिया गया है। वहीं पुलिस गिरफ्तार आरोपियों को पिपरवार से बाहर ले जाकर पूछताछ कर रही है। इलाके का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। प्रदर्शन को शांत करने के लिए प्रशासन की ओर से अब तक कोई पहल नहीं हुई है। हालाँकि, पुलिस का कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं।