अहमदाबाद | गुजरात के सौराष्ट्र तट से 600 किलोमीटर दक्षिण में केंद्रित चक्रवात ‘वायु’ के राज्य में गुरुवार को दस्तक देने की संभावना है। इसको लेकर राज्य व राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीमों ने सभी तटवर्ती जिलों में इससे निपटने के लिए खाका तैयार कर लिया है। अधिकारियों ने यह जानकारी मंगलवार को दी।
गुजरात के मुख्य सचिव जे.एन. सिंह ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा कि भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की जानकारी से पता चलता है कि चक्रवात गुरुवार सुबह 6 से 7 बजे के बीच वेरावल के पास दस्तक देने की संभावना है।
उन्होंने कहा, “यह वेरावल और महुवा (सौराष्ट्र क्षेत्र में) के बीच कहीं भी होगा, लेकिन इसकी सबसे ज्यादा संभावना गिर-सोमनाथ जिले के वेरावल के पास है।”
अधिकारियों ने कहा कि चक्रवात वायु मंगलवार की सुबह वेरावल के दक्षिण में 690 किमी दूरी पर था। इसके दस्तक देने के दौरान रफ्तार 110 किलोमीटर से 135 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, सौराष्ट्र क्षेत्र के कई तटवर्ती जिलों में भारी बारिश हो सकती है। यह पूर्व मानसून बारिश है।
मुख्य सचिव जे.एन. सिंह ने कहा कि अभी जल्दी में तटीय जिलों से तत्काल निकासी की जरूरत नहीं थी, लेकिन अगर चक्रवात किसी तरह दिशा बदलती है या अगले 24 घंटों में तेज हो जाता है तो उसी के अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि एनडीआरएफ की टीमों को तटवर्ती सौराष्ट्र क्षेत्र व गिर सोमनाथ में तैनात किया गया है और वे सेना, नौसेना व भारतीय तट रक्षक बल के साथ समन्वय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को सार्वजनिक माध्यमों, एसएमएस और व्हाट्सएप संदेशों के माध्यम से स्थिति के बारे में जागरूक किया जा रहा है। जे.एन.सिंह ने कहा, “राज्य मशीनरी पूरी तरह से तैयार है और स्थिति से निपटने के लिए लैस है।”
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अधिकारियों के साथ मंगलवार को दो बार समीक्षा बैठक की।
सवालों का जवाब देते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि ओडिशा सरकार ने केंद्र की मदद से वहां चक्रवात फानी के दौरान एक सराहनीय काम किया था और वह उनसे परामर्श करेंगे। उन्होंने कहा, “मैं ओडिशा सीएस (मुख्य सचिव) से उनके अनुभव के बारे में व गुजरात में यहां जरूरत पड़ने पर क्या क्रियान्वित किया जा सकता है, इस पर बात करूंगा।”