Chunky Pandey Birthday: जिसके किरदार ने ‘आई एम जोकिंग’ को अमर बना दिया

  • Follow Newsd Hindi On  

Happy Birthday Chunky Pandey : ‘आई एम जोकिंग’ सुनते ही हाउसफुल फिल्म में चंकी पांडे का वो मजेदार किरदार याद आ जाता है। चंकी का जन्म 26 सितंबर 1962 को मुंबई में हुआ था। इनका असली नाम सुयश पांडे है। चंकी अपने बॉलीवुड करियर की शुरूआत 1987 में आई फिल्म ‘आग ही आग’ से किया था। चंकी ने ‘पाप की दुनिया’ (1988), ‘खतरों के खिलाड़ी’ (1988),’ ‘जहरीले’ (1990) और ‘आंखें’ (1992) जैसी फिल्मों में काम किया।

चंकी को ज्यादातर सहायक रोल ही मिलते थे। लेकिन वो उसमें भी अपना बेस्ट देते थे। यही कारण है कि 1988 की सुपरहिट फिल्म ‘तेजाब’ में अनिल कपूर के दोस्त का किरदार निभाया, और उसके लिए उन्हें सहायक अभिनेता के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला।


चंकी के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं कि उन्होंने कुछ सालों के लिए बांग्लादेश की फिल्मों में भी काम किया है। 1995 में उन्होंने बांग्लादेश की फिल्मों का रुख कर लिया था। उन्होंने वहां पर भी ‘स्वामी केनो असामी’, ‘बेश कोरेची प्रेम कोरेची’, ‘मेयेरा ए मानुष’ जैसी हिट फिल्मों में काम किया।

चंकी ने फिल्म कयामत से फिर से बॉलीवुड में अपनी वापसी की और नेगेटिव किरदार करने लगे। फिल्म हाउसफुल में इनके मजाकिया किरदार को लोगा खासा पसंद करने लगे। चंकी की बेटी अनन्या पांडे फिल्मों में डेब्यू कर चुकी हैं। फिल्मों के अलावा चंकी  एक रेस्टोरेंट भी चलाते हैं।

जब चंकी ने एडल्ट फिल्म देखने के लिए बुरका पहना


चंकी ने एक बार इंटरव्यू में बताया था कि एक बार वो एडल्ट फिल्म देखने के लिए बुरका पहनकर सिनेमाहॉल में चले गए थे। चंकी ने कहा, ” जब मैं 13 साल का था तब मैं एडल्ट फिल्म देखने बुरका पहनकर थिएटर में चला गया था। मैं स्कूल बंक करके फिल्म देखने चला गया था। फिर जब इंटरवल हुआ तो थिएटर में अनाउंसमेंट हुई कि मास्टर चंकी पांडे अगर आप थिएटर में हैं तो प्लीज बाहर चले जाइए क्योंकि आपकी मां बाहर आपका इंतजार कर रही हैं।”

(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)