नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship amendment bill) संसद के दोनों सदनों से पास हो गया है। इस बिल के विरोध में पूर्वोत्तर (North East) में भारी विरोध जारी है। बिल के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन के बीच सुप्रीम कोर्ट में पहली याचिका दायर की गई है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के 4 सांसदों ने इस बिल (CAB) के खिलाफ याचिका दाखिल की है। वहीं असम (Assam) में छात्र संगठन सड़कों पर उतर गए हैं, तो वहीं कई फ्लाइट भी रद्द हो गई हैं।
न्यूज़ एजेंसी PTI के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के डिब्रूगढ़ स्थित घर पर पथराव किया। इसके अलावा असम के ही दुलियाजन में प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली के घर पर हमला किया। देर रात हालात बिगड़ने पर गुवाहाटी और जोरहाट में सेना को बुला लिया है। वहीं, त्रिपुरा में असम राइफल्स के जवानों को तैनात किया गया है। असम में बिगड़ती कानून व्यवस्था को संभालने के लिए गुवाहाटी में लगाए गए कर्फ्यू को अनिश्चिकाल के लिए बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा असम के 10 जिलों में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दीं गई हैं।
असम के अलावा अरुणाचल प्रदेश, मेघालय समेत अन्य राज्यों में भी विरोध तेज होता जा रहा है। आज शाम को मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। पूर्वोत्तर में कैसे हैं हालात और कहां-कहां हो रहा है विरोध, देखें अपडेट:
फ्लाइट और ट्रेनें रद्द
पूर्वोत्तर में नागरिकता बिल के खिलाफ प्रदर्शन के बीच कई फ्लाइट पर असर पड़ा है। गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ जाने वाले विमानों की उड़ान को रद्द कर दिया है। इंडिगो ने गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, जोरहाट की फ्लाइट रद्द कर दी हैं। डिब्रूगढ़ एयरपोर्ट पर अभी 5 जाने वाली और 7 आने वाली उड़ान रद्द हुई हैं। इंडिगो के अलावा स्पाइसजेट, विस्तारा की उड़ानें भी रद्द हुई हैं।
नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ असम में छात्र संगठन सड़कों पर उतर गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने एक रेलवे स्टेशन पर हमला किया है, जिसके बाद गुवाहाटी से गुजरने वाली सभी ट्रेनें कैंसिल कर दी गई हैं। नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर (CPRO) ने बताया कि प्रदर्शन को देखते हुए गुवाहाटी से गुजरने वाली सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।
प्रदर्शनकारियों के निशाने पर सीएम और बीजेपी-आरएसएस
असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, बीजेपी विधायक प्रशांत फूकान के घर और काफिले पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया और नागरिकता बिल के खिलाफ नारेबाजी भी की। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने डिब्रूगढ़ में RSS दफ्तर में आग लगा दी। इसमें 4 मोटर साइकिल और कुछ अन्य चीजों को नुकसान हुआ।
कई जगहों पर तोड़-फोड़ और आगजनी
असम के छाबुआ, पानितोला रेलवे स्टेशन पर बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने आगजनी की, इस दौरान वहां खड़े वाहनों पर भी तोड़फोड़ की गई। असम में राज्य की 20 बसों को भी नुकसान पहुंचाया गया। तिनसुकिया में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की, ट्रैफिक बूथ के साथ आगजनी भी की। तिनसुकिया में ही भाजपा के एक अस्थाई दफ्तर को नुकसान पहुंचाया गया। यहां चार दुकानों को आग लगा दी गई है। गुरुवार सुबह यहां एक शव भी बरामद हुआ है।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुरुवार को ट्वीट कर असम के नागरिकों से अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है- ‘मैं असम के अपने भाइयों और बहनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सीएबी के पारित होने के बाद उन्हें चिंता करने की कोई बात नहीं है। मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं- कोई भी आपके अधिकारों, विशिष्ट पहचान और सुंदर संस्कृति को नहीं छीन सकता है। यह फलता-फूलता और विकसित होता रहेगा।’