दिल्ली की राजनीति में होगी नवजोत सिंह सिद्धू की एंट्री, मिल सकती है प्रदेश कांग्रेस की कमान

  • Follow Newsd Hindi On  
Bihar Police in Amritsar to serve notice on Navjot Singh Sidhu

पंजाब में मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को नई जिम्मेदारी मिल सकती है। सूत्रों की मानें तो सिद्धू को दिल्ली में कांग्रेस (Delhi Congress) की कमान सौंपी जा सकती है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष (DPCC) और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन के बाद पार्टी नेतृत्व के संकट से जूझ रही है और किसी बड़े चेहरे की तलाश में है। सूत्रों के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) को अब यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के बीच मनमुटाव और मतभेद जगजाहिर है। सिद्धू ने बीते 6 जून को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा विभाग बदले जाने के बाद कार्यभार नहीं संभाला था। करीब एक महीने बाद उन्होंने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।


दिल्ली: मुस्लिम विधायक ने दबाए कांवड़ियों के हाथ-पैर, लगाए बम-बम भोले और जय श्रीराम के नारे

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में पंजाब में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन नहीं करने का ठीकरा सीएम अमरिंदर सिंह ने सिद्धू पर फोड़ते हुए केंद्रीय आलाकमान से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव के बाद 6 जून को हुई कैबिनेट की पहली बैठक में सिद्धू सहित कई मंत्रियों के विभाग बदल दिए थे। जिससे नाराज होकर सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने अपना इस्तीफा दे दिया था।

बता दें, पंजाब सरकार में सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की वापसी और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ उनके किसी तरह के समझौते की तमाम संभावनाओं पर पूरी तरह से विराम लग गया है। मंत्री के तौर पर सिद्धू को पंजाब सरकार की तरफ से दिया गया सरकारी बंगला अब पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी को अलॉट कर दिया गया है। वहीं, चंडीगढ़ में पंजाब सचिवालय में नवजोत सिंह सिद्धू ने जो ऑफिस खुद अपने लिए तैयार करवाया था, वो भी अब कैबिनेट में उनके विरोधी माने जाने वाले पंजाब के खाद्य मंत्री भारत भूषण आशू को अलॉट कर दिया गया है।


दिल्ली में सस्ती हुई बिजली, DERC ने फिक्स चार्ज में की कटौती

जाहिर है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अब नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के साथ किसी भी तरह के समझौते के मूड में नहीं हैं और पंजाब सरकार में किसी भी पद पर अब उनकी वापसी के कोई भी आसार नहीं हैं। इसलिए कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने सिद्धू को दिल्ली की राजनीति में उतारने का मन बना लिया है। पिछले दिनों सिद्धू ने कहा था कि उन्होंने सिर्फ मंत्री पद से इस्तीफा दिया है और वह कांग्रेस में बरक़रार हैं।

(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)