Agra: 22 दिन के बाद भी क्वारंटीन सेंटर में नहीं हुआ कोरोना टेस्ट, भूख हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्य सेवक

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उत्तर प्रदेश के आगरा में महाराजा अग्रसेन सेवा सदन, कमला नगर के पारस अस्पताल (Hospital) के कर्मचारियों ने 22 दिन इलाज न मिलने के चलते और कई दिनों से क्वारंनटीन किए जाने के चलते भूख हड़ताल कर दी है। उन्होंने कहा है कि वो बिना कुछ खाए-पिए धरना देंगे।

अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, अस्पतालकर्मियों ने आरोप लगाया कि 6 अप्रैल से न उनकी जांच की जा रही है और न घर जाने दिया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी और डीएम के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारी युवा बेरोजगार कर्मचारियों का बेवजह उत्पीड़न कर रहे हैं। जो साथी पॉजिटिव आए थे उन्हें अन्य सेंटर्स से घर भेजा जा चुका है।


क्वारंटीन सेंटर में मौजूद पारस अस्पताल के कर्मचारी खुद को स्वास्थ्य सेवक (health workers) बता रहे हैं। उनका कहना है कि जिन्होंने कोरोना फैलाया वे घर जा चुके हैं, हमारा कसूर नहीं है फिर भी क्वारंटीन में इतने दिनों से हैं। हम आईसीयू के कर्मचारी भी नहीं हैं, फिर भी अपराधियों की तरह सजा दी जा रही है।

आगरा में कुछ दिन पहले भी कोरोना जांच न किए जाने के चलते 41लोग धरने पर बैठे थे

कुछ दिन पहले आगरा के वाटर वर्क्स स्थित अग्रवन में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर (Quarantine Centre) में सोमवार को 41 लोग धरने पर बैठ गए थे। इनका आरोप था कि क्वारंटीन के 16 दिन बीत जाने पर भी हमारी कोरोना जांच नहीं की गई।

इसकी जानकारी मिलने के बाद एसीएम द्वितीय वीके गुप्ता डॉक्टरों की टीम के साथ पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि जांच कब होगी, यह डॉक्टर तय करेंगे।


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