कोरोना वायरस: दिल्ली में डोर टू डोर सर्वे शुरू, 6 जुलाई तक हर घर में पहुंचेगी स्वास्थ्यकर्मियों की टीम

  • Follow Newsd Hindi On  
40 thousand deaths due to corona in India number of infected crosses 2 million

दिल्ली में कोरोना वायरस के खतरे पर लगाम लगाने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। राजधानी में कोरोना संक्रमित मामलों का पता लगाने के लिए आज यानि गुरुवार से घर-घर जाकर इसकी जांच शुरू कर दी गई है। गुरुवार को स्वास्थ्य कर्मियों की अलग-अलग टीमें मजनूं का टीला इलाके के पुराने चंद्रावल क्षेत्र के लोगों की जांच करने और उनमें COVID-19 के लक्षणों का पता लगाने के लिए डोर-टू-डोर सर्वे कर रही हैं। इन टीमों में एक नर्स और एक आशा कार्यकर्ता शामिल है।

सिविल लाइंस के एसडीएम प्रदीप तायल ने बताया कि इस इलाके के लिए 5 टीम बनाई गई हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों, लक्षण वाले और कोमोरबिड लोगों की पहचान करना है।


जानकारी के अनुसार, दिल्ली सरकार ने अपनी कोविड-19 योजना में काफी बदलाव किए हैं। इनमें छह जुलाई तक घर-घर जाकर सभी की जांच पूरी करना, ज्यादा घनी आबादी वाले क्षेत्र में संक्रमित व्यक्ति पाए जाने के बाद उसे देखभाल केन्द्र में भर्ती कराना, कंटेनमेंट जोन में सीसीटीवी और ड्रोन की मदद से लोगों की आवाजाही पर नजर रखना जैसे कदम शामिल है।

इस संशोधित योजना के आठ बिन्दुओं में से एक यह भी है कि यदि किसी बेहद संदिग्ध व्यक्ति की रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) रिपोर्ट निगेटिव आती है तो गोल्ड स्टैंडर्ड आरटी-पीसीआर जांच करा कर उसकी पुष्टि की जानी चाहिए।

राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रकोप को कम करने के लिए केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा गठित हाईलेवल कमेटी ने रविवार को अपनी रिपोर्ट में सलाह दी थी कि दिल्ली में कोरोना मरीजों के संपर्क में आए सभी लोगों को आइसोलेशन में रखा जाए, सभी कंटेनमेंट जोन का परिसीमन किया जाए।


संशोधित योजना के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के तहत बेहद घनी आबादी वाले क्षेत्रों के कोरोना मरीज या क्लस्टर मामलों को कोविड केयर सेंटर भेजा जाएगा। इसके साथ ही कंटेनमेंट जोन का सीमा निर्धारण 26 जून तक कर लिया जाएगा। इस योजना के अनुसार, कंटेनमेंट जोन में 30 जून तक घर-घर जाकर जांच कर ली जाएगी, जबकि बाकि दिल्ली में 06 जुलाई तक यह काम पूरा कर लिया जाएगा। फिल्हाल, दिल्ली में 266 कंटेनमेंट जोन हैं।

बता दें कि दिल्ली में अब कोरोना संक्रमण के तीन हजार से ज्यादा मामले हर रोज सामने आ रहे हैं। दिल्ली में बुधवार को भी 3,788 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुल मरीजों की संख्या 70,390 हो चुकी है। जून के शुरूआती हफ्तों से ही दिल्ली में संक्रमण के मामलों में तेजी देखी गई। मई के महीने में दिल्ली में 500 से हजार के बीच केस आते थे लेकिन जून में ये आंकड़ा 1500 के पार हुआ और उसके बाद देखते ही देखते रोजाना तीन हजार पॉजिटिव केस आना शुरू हो गए।

(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)