कोरोना वायरस के कहर की वजह से बिहार समेत कई राज्यों को लॉक डाउन कर दिया गया है। इस बीच बिहार सरकार ने सहायता पैकेज का ऐलान किया है। सोमवार को पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कोरोना वायरस को लेकर समीक्षा बैठक हुई। इसके बाद सीएम ने इस सहायता पैकेज की घोषणा की गई है। इसके तहत सभी राशनकार्डधारियों को एक माह का राशन फ्री दिया जायेगा। इसके अलावा लॉकडाउन वाले जिलों में राशन कार्ड वाले हर परिवार को 1000 रुपये दिए जाएंगे।
सभी पेंशनधारियों को अगले 3 माह की पेंशन तत्काल उनके खाते में भेजी जाएगी। वहीं बिहार के सभी डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को 1 महीने का मूलवेतन प्रोत्साहन राशि के तौर पर दिया जाएगा। साथ ही कक्षा 1 से12 वीं के छात्रों की छात्रवृत्ति 31 मार्च तक उनके खाते में भेजी जायेगी।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के परिपेक्ष्य में मुख्यमंत्री @NitishKumar ने की सहायता पैकेज की घोषणा #COVID19 #IndiaFightsCoronavirus pic.twitter.com/On8cHGLfx4
— IPRD Bihar (@IPRD_Bihar) March 23, 2020
बता दें कि बिहार में नोवेल कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी शहरी इलाकों को लॉक डाउन कर दिया है। शहरी क्षेत्रों में कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जागरूकता कार्य किए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों की ओर रुख कर दिया है। जिलों में कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं और उनके नंबर जारी कर दिए गए हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता के प्रसार के निर्देश सभी आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया है। वहीं, चौकीदारों को संदिग्ध मरीजों की सूचना मिलते ही उसे जांच के लिए संबंधित चिकित्सा केंद्र के प्रभारी व जिला के सिविल सर्जन को सूचित करने का निर्देश दिया गया है।
नेपाल से सटे इलाकों में स्थित प्रवेश द्वारों पर अबतक तीन लाख से अधिक यात्रियों की जांच की गई है। इनमें मात्र एक व्यक्ति में ही कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं। जबकि इनकी जांच के दौरान कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, पटना व गया एयरपोर्ट पर अबतक 20 हजार से अधिक यात्रियों की जांच की गयी है। लेकिन इनमें किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं। नेपाल से सटे सात जिलों के 49 प्रवेश द्वारों पर सशस्त्र सीमा बल के सहयोग से मेडिकल टीम के द्वारा यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है।