गया में आयोजित भाकपा-माले का 11वां बिहार राज्य सम्मेलन रविवार को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया. सम्मेलन से एक बार फिर कॉमरेड कुणाल को राज्य सचिव चुना गया. यह उनका राज्य सचिव के बतौर तीसरा टर्म होगा.
इसके पहले 97 सदस्यों की राज्य कमिटी प्रतिनिधियों के द्वारा चुनाव की प्रक्रिया द्वारा चुनी गई और फिर राज्य कमिटी ने अपने सचिव का चुनाव किया.
97 सदस्यों की राज्य कमिटी में छात्र-युवाओं, महिलाओं और अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले पार्टी कार्यकर्त्ताओं को तरजीह दी गई है. छात्र-युवा मोर्चे पर काम कर रहे पालीगंज विधायक संदीप सौरभ, आइसा के राज्य सचिव सबीर कुमार, इनौस के राज्य सचिव शिवप्रकाश रंजन पहली बार कमिटी में शामिल किए गए.
छात्र-युवा नेता और अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले आफताब आलम, तारिक अनवर और मोख्तार भी कमिटी में लिए गए हैं. इंसाफ मंच के राज्य अध्यक्ष और मुज़फ़्फ़रपुर में पार्टी के युवा नेता सूरज कुमार सिंह भी कमिटी में चुने गए.
महिलाओं में भोजपुर से इंदु सिन्हा, पटना से माधुरी गुप्ता, पूर्व मुखिया आशा देवी, समस्तीपुर से वंदना सिंह, नवादा से सावित्री देवी, पूर्णिया से सुलेखा देवी, दरभंगा से शनिचरी देवी आदि को पहली बार राज्य कमिटी में जगह मिली है.
पार्टी संगठन को मजबूत बनाने के उद्देश्य से जमीनी स्तर पर काम कर रहे कई पार्टी नेता पहली बार कमिटी में चुनकर आए हैं. बागमती आंदोलन के चर्चित नेता जितेंद्र यादव भी राज्य कमिटी में लिए गए हैं.
पार्टी के वरिष्ठ नेता नन्दकिशोर प्रसाद, केडी यादव, रामेश्वर प्रसाद, शयामलाल प्रसाद, शिवसागर शर्मा, शम्भू शरण सिंह आदि राज्य कमिटी में स्थायी आमंत्रित सदस्य होंगे.
कमिटी चुनाव की समाप्ति के उपरान्त केंद्रीय पर्यवेक्षक जनार्दन प्रसाद और रामजी राय ने सम्मेलन को संबोधित किया. नेताओं ने सफल राज्य सम्मेलन के लिए पार्टी की गया जिला कमिटी, सभी पार्टी सदस्यों और गया जिले की समस्त जनता को बधाई दी.
सम्मेलन का समापन वक्तव्य देते हुए नवनिर्वाचित सचिव कुणाल ने कहा कि सम्मेलन ने जिन ठोस लक्ष्यों को अपने सामने रखा है, उन्हें पूरी पार्टी नई ऊर्जा के साथ पूरा करने के लिए काम करेगी. अभी भी बहुत सारे इलाकों में पार्टी का कामकाज काफी विरल है, ऐसे जिलों में मजबूत संगठन खड़ा करने का दायित्व पूरा करना है.
इंटरनेशनल के गायन के साथ सम्मेलन की समाप्ति हुई.