जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर-बारामूला रोड पर आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया। आतंकियों ने बुधवार को पुलिस और सीआरपीएफ की 73वीं बटैलियन की पोस्ट पर हमला किया। सीआरपीएफ के जवानों ने मुंहतोड़ देते हुए दो आतंकियों को मार गिराया और तीसरा भी घायल हो गया। इसी दौरान सीआरपीएफ के जवान रमेश रंजन के सिर में गोली लग गई। इसके बावजूद वह गोली चलाते रहे और दो आतंकियों को ढेर करने के बाद शहीद हो गए। रमेश रंजन बिहार के भोजपुर जिले के जगदीशपुर थाना इलाके के इसाढ़ी के देव टोला के रहने वाले थे।
Bow down to our brave brother who sacrificed his life serving the nation while neutralising militants after a surprise armed onslaught. Our thoughts are with his near and dear ones. May God give them strength to bear this loss. We stand shoulder to shoulder with them.
CRPF Family https://t.co/9Jl6x8ZrrC
— ??CRPF?? (@crpfindia) February 5, 2020
रमेश रंजन का पार्थिव शरीर आज सुबह पटना एयरपोर्ट पहुंचा, जहां शहीद को सलामी देने के बाद श्रद्धांजलि दी गई। उसके बाद उनका पार्थिव शरीर भोजपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड अन्तर्गत पैतृक आवास देव टोला गांव के लिए रवाना कर दिया गया। जहां आज उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
दो महीने पहले ही आए थे घर
शहीद रमेश का परिवार फिलहाल आरा शहर के गोढ़ना रोड स्थित मोहल्ले में रहता है। रमेश के दोस्तों ने बताया कि उनके परिवार को सीआरपीएफ ने शहीद होने की सूचना दी जिसके बाद पूरे घर में कोहराम मच गया। जानकारी के मुताबिक रमेश नवंबर महीने में घर आए थे और कुछ दिन पहले ही वो वापस ड्यूटी पर गए थे।
मुठभेड़ के दौरान सिर में लगी गोली
शहीद रमेश रंजन की बहादुरी का जिक्र करते हुए अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों को मारने में रमेश ने अहम भूमिका निभाई। रमेश ने दो आतंकियों को मार गिराने और एक को गंभीर रूप से घायल करने के ऑपरेशन में गजब का जज्बा दिखाया। इसी दौरान उनके सिर में गोली लग गई। हालांकि, इसके बाद भी वह आतंकियों पर गोलियां बरसाते रहे। सिर में लगी गोली के कारण कुछ देर बाद रमेश रंजन ने दम तोड़ दिया।