अगर आपके मासिक वेतन जितनी रकम को एक अज्ञात शख्स इंटरनेट के जरिये फर्जीवाड़े से उड़ा ले जाए तो आपको कैसा लगेगा? वो भी तब जब आप सर्च इंजन गूगल की मदद लें और आपके स्क्रीन पर सबसे ऊपर दिखने वाले Google विज्ञापन ही आपके साथ हुए धोखे की वजह बन जाए। इंटरनेट पर ऐसी कई वेबसाइटें हैं जो आपके ऑनलाइन कैश वॉलेट की परेशानियों से निपटने में आपकी मदद करने का दावा करते हैं। लेकिन, जैसे ही आप उनके साथ अपनी निजी जानकारियां साझा करते हैं, आपको चूना लग जाता है और आपके वॉलेट में पड़े पैसे उड़ जाते हैं।
ताजा मामला दिल्ली के न्यू अशोक नगर इलाके से सामने आया है, जहाँ महेंद्र कुशवाहा नामक शख्स एक ऑनलाइन-फ्रॉड का शिकार हुआ और उसकी मेहनत की कमाई का पैसा एक फर्जी वेबसाइट ले उड़ा। सात लोगों का परिवार चलाने वाले महेंद्र ने गूगल पे (Google Pay) मोबाइल ऐप के जरिये अपने लेनदेन का पता लगाने की कोशिश करते हुए अपने 20,000 रुपये गँवा दिए।
न्यूज़ड.इन के साथ बातचीत करते हुए कुशवाहा ने कहा कि उसने अपने दोस्त को Google पे मोबाइल ऐप के जरिये 200 रुपये ट्रांसफर किये। लेकिन, पैसे ट्रांसफर हुए या नहीं, इसका पता लगाने की प्रक्रिया में उसका बड़ा नुकसान हो गया। दरअसल, महेंद्र ने गूगल पे ऐप के कस्टमर केयर हेल्पलाइन पर कॉल करने के लिए गूगल पर “Google पे कस्टमर केयर नंबर” सर्च किया। गूगल द्वारा दी गयी जानकारी में सबसे ऊपर जो नंबर दिखा, वह असल में एक विज्ञापन था। जिसका स्क्रीनशॉट आप नीचे तस्वीर में देख सकते हैं।
कुशवाहा का दावा है कि गूगल पर फोन नंबर देखने के बाद उसने नंबर पर फोन किया। नंबर डायल करने के बाद, फोन तुरंत काट दिया गया था। लेकिन थोड़ी देर बाद कुशवाहा को एक अलग नंबर से कॉल आया। फोन पर कुशवाहा को एक मोबाइल एप्लिकेशन “AnyDesk रिमोट एक्सेस डाउनलोड” डाउनलोड करने के लिए कहा गया।
आगे महेंद्र ने न्यूज्ड को बताया कि फोन पर उन्होंने कहा कि वे उसकी समस्या को सुलझा देंगे, तो उसने उन पर भरोसा कर लिया। लेकिन कॉलर के बताये एप को डाउनलोड करते ही उन्होंने कुशवाहा के फोन की एक्सेस हासिल कर ली। कुशवाहा के अनुसार, उसने अपने PayTM के माध्यम से कुशवाहा के बैंक खाते से पैसे लेने का कई बार प्रयास किया। लेकिन लगातार प्रयासों में असफल होने पर उसने कुशवाहा के खाते से Google Pay UPI का उपयोग करते हुए ‘paytm@icici’ नामक अकाउंट में 20,000 रुपये ट्रांसफर कर लिए।
इस घटना के बाद कुशवाहा के एक सहकर्मी ने उसी नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसका कॉल रिसीव नहीं हुआ। न्यूज्ड ने इस मुद्दे पर Google का जवाब जानने की कोशिश की, लेकिन उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।