प्रधानमंत्री मोदी अपने भाषणों में अक्सर भष्टाचार मुक्त भारत की बात करते नजर आते हैं। मगर सत्ता के केंद्र दिल्ली में ही अब भाजपा पर पार्टी में एक भ्रष्ट शख्स को शामिल करने पर सवाल उठने लगे हैं। दरअसल दिल्ली भाजपा ने भ्रष्टाचार में बर्खास्त इंजीनियरों को पार्टी की सदस्यता दिलाई है। मंगलवार को दिल्ली भाजपा ने एक ऐसे शख्स को पार्टी में शामिल कराया, जिस पर भ्रष्टाचार के इल्जाम साबित होने के बाद उसे जबरन रिटायरमेंट दी गई थी। उत्तरी दिल्ली नगर निगम में बीते दिनों भ्रष्टाचार के आरोप में 39 इंजीनियरों को जबरन रिटायरमेंट दे दी गई थी, उन्हीं में से एक शराफत अली भी थे।
शाजिया इल्मी ने दिलाई है सदस्यता
इंजीनियर शराफत अली सिविल के पद पर नौकरी करते थे। लेकिन भ्रष्टाचार के आरोप में नौकरी गंवाने के बाद भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। उन्हें यह सदस्यता शाजिया इल्मी की मौजुदगी में ने दिलाई गई। शराफत के साथ अल्पसंख्यक वर्ग से जुड़े लगभग तीन दर्जन लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
राजधानी के तीनों निगम पर भाजपा है काबिज
यह भी इत्तेफाक ही है कि राजधानी के तीनों निगम पर भाजपा का राज है। उसमें से एक उत्तरी निगम ने अपने 39 भ्रष्ट अधिकारी को जबरन रिटायर किया था। इन अधिकारियों की भ्रष्टाचार में संलिप्तता को लेकर पहचान हुई थी। लेकिन दिल्ली में जिस तरह से शाजिया इल्मी ने एक पू्र्व भ्रष्ट अधिकारी को पार्टी में शामिल कराया उससे कई सवाल खड़े होते है। इस बीच पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और नगर निगम में स्थाई समिति के चेयरमैन जयप्रकाश ने संकेत दिया है कि वो इस मुद्दे के पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के पास भी उठाएंगे।