दिल्ली जल बोर्ड के हेडक्वॉर्टर में BJP नेताओं का हंगामा, सीईओ समेत 20-25 लोगों को बनाया बंधक

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बढ़ती गर्मी के बीच दिल्ली में पानी की समस्याएं भी सामने आ रही है। दिल्ली जल बोर्ड भी इसे लेकर खासा परेशानी में नजर आ रहा है। हालांकि कल यानि 12 जून को डीजेबी हेडक्वॉर्टर वरुणालय में एक अलग तरह का मामला देखने को मिला। यहां डीजेबी के सीईओ समेत 20 से 25 कर्मचारियों को पूरी रात बीजेपी नेताओं ने बंधक बनाए रखा। इनमें दो से तीन महिलाएं भी शामिल थीं।

क्या है पूरा मामला?

नवभारत टाइम्स की खबर के अनुसार शाम पांच बजे विजय गोयल कुछ लोगों के साथ अपनी मांग रखने डीजेबी दफ्तर आए थे। बीजेपी नेता पानी की समस्याओं का हवाला देकर सीईओ से मिलने पहुंचे। इसके बाद कुछ अन्य 20 से 25 पार्टी कार्यकर्ता जबरन सीईओ ऑफिस में घुस आए। करीब 6 बजे के आसपास डीजेबी ऑफिस में इतनी भीड़ जमा हो गई कि उसे संभालने के लिए जल बोर्ड की तरफ से पुलिस को कॉल किया गया। आपको बता दें कि डीजेबी ऑफिस शाम छह बजे तक ही खुला रहता है।


खबरों के अनुसार कार्यकर्ताओं ने अधिकारियों के रूम के बाहर बने कॉरिडोर पर कब्जा जमा लिया। जिसकी वजह से डीजेबी ऑफिस से कोई भी अधिकारी व कर्मचारी बाहर नहीं आ पाए। ऑफिस में इस दौरान डीजेबी के मेंबर ड्रेनेज, डायरेक्टर समेत 15 बड़े अधिकारी भी शामिल थे। करीब एक बजे तक यही ड्रामा चलता रहा। इस दौरान जो लोग सीईओ ऑफिस में थे, उन्होंने कुर्सी को तोड़ डाला, टीवी पर गाने बजाए आदि सब किया। रात करीब एक बजे के करीब तक स्थिति बेकाबू होने लगी तब डीजेबी की तरफ से एरिया के थाना प्रभारी को एक पत्र लिखा गया और मांग की गई कि सिक्यॉरिटी देकर सभी फंसे अधिकारियों व कर्मचारियों को बाहर निकाला जाए।

इसके बाद करीब डेढ़ बजे पुलिस वरुणालय में पहुंची। इस बीच सीईओ समेत अन्य सभी लोगों को पुलिस ने बाहर निकाला और गाड़ियों में बैठाकर रवाना किया। इस दौरान भी कार्यकर्ताओं ने मेंबर ड्रेनेज की गाड़ी के आगे लेटकर उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उनसे कहा कि अगर आप ऐसा करेंगे तो हमें सख्ती करनी पड़ेगी जिसके बाद सभी अधिकारी और कर्मचारी बाहर निकले।

गौरतलब है कि अब इस मामले में दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ को बंधक बनाने और बोर्ड परिसर में घुसकर घंटों हंगामा करने वालों के खिलाफ बोर्ड के मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने पुलिस को शिकायत दी है। देशबंधु गुप्ता रोड थाने में दी गई शिकायत में बोर्ड के अधिकारियों की सुरक्षा और परिसर में अनाधिकृत तौर पर प्रवेश कर हंगामा करने वालों पर कार्रवाई की मांग की गई है।


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