Delhi: अब दिल्ली में बैचलर ऑफ एजुकेशन (B.Ed) पास अभ्यर्थी भी प्राइमरी शिक्षक बन सकते हैं। इसके लिए शिक्षा निदेशालय प्राइमरी सहायक शिक्षकों की नियुक्ति के नियमों में बदलाव करने की तैयारी में है। इस बदलाव के बाद बीएड पास माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक के साथ प्राइमरी शिक्षक नियुक्ति के लिए भी पात्र हो जाएंगे।
शिक्षा निदेशालय ने प्राइमरी शिक्षकों के भर्ती नियमों में बदलाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शिक्षा निदेशालय ने इसके तहत नियमों में बदलाव का प्रारूप तैयार किया है, जिस पर चार नवंबरतक सुझाव व आपत्ति मांगे गए हैं। प्रारूप के अनुसार चार हजार से अधिक प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती की जानी है। इसमें से प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती की जानी है। इसमें से प्राइमरी शिक्षकों के 45 पद पांच नए खुले स्कूल ऑफ एक्स्भ्लेंस में सृजित किए गए हैं।
निदेशालय भर्ती प्रक्रिया के नियमों में प्रस्तावित बदलावों के अनुसार बीएड पास अभ्यर्थियों को बतौर प्राइमरी सहायक शिक्षक नियुक्ति पाने का अधिकार प्रदान कर रहा है। बता दें कि अभी तक राज्यों को प्राइमरी शिक्षक पद पर बीएड पास अभ्यर्थी को नियुक्ति देने के लिए केंद्र से विशेष अनुमति लेनी पड़ती थी।
प्राइमरी सहायक शिक्षक नियुक्ति के पात्रता नियमों में रष्ट्रीय शिक्षण परिषद (NCTE) ने जुलाई 2018 में बदलाव किया था। इसके अनुसार प्राइमरी शिक्षक भर्ती में 50 फीसदी अंकों के साथ स्नातक और बीएड की डिग्री को पात्र माना गया था।
मुख्य बातें-
-दिल्ली सरकार के 1030 से अधिक स्कूल हैं।
-दिल्ली के स्कूलों में 55000 से अधिक शिक्षक कार्यरत
-20000 से ज्यादा अतिथि शिक्षक हैं।
-400 से ज्यादा स्कूलों में चलती हैं प्रामरी कक्षाएं।