कई दिनों से भयानक हिंसा की चपेट में रहे पूर्वोत्तर दिल्ली में हालात अब सामान्य हो रहे हैं। इस हिंसा में बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ है। ताजा आंकड़े के मुताबिक अबतक 35 लोगों की जान गई है। वहीं हिंसा प्रभावित इलाके के लोग पुलिस पर समय रहते मदद नहीं करने की शिकायत कर रहे हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के बेटे और शिरोमणि अकाली दल के राज्यसभा सदस्य नरेश गुजराल (Naresh Gujral) ने दिल्ली पुलिस पर हिंसा में फंसे लोगों की मदद नहीं करने का आरोप लगाया है। शिअद सांसद ने हिंसा प्रभावित इलाके में एक परिवार को बचाने के लिए दिल्ली पुलिस को कॉल किया था, मगर दिल्ली पुलिस ने मदद नहीं की।
Breaking: now MP Naresh Gujral exposes the failure of the Delhi police to assist riot victims.. writes letter to CP with his personal experience on trying to get assistance for those being targeted. @IndiaToday pic.twitter.com/z66Lc9WZq0
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) February 27, 2020
नरेश गुजराल ने चिट्ठी में लिखा कि मंगलवार रात लगभग 11:30 बजे मुझे मदद की गुहार लगाते अपने एक परिचित का कॉल आया। वह 15 अन्य मुस्लिम लोगों के साथ गोंडा चौक, मौजपुर में एक घर में फंसा हुआ था और बाहर मौजूद भीड़ घर को तोड़ने की कोशिश कर रही थी।
मैंने तुरंत ही 100 नंबर पर कॉल किया और पुलिस अधिकारी को मदद की अपील लगाने वाले शख्स का नंबर दिया। मैंने एक सांसद के तौर पर अपना परिचय देते हुए मौके की गंभीरता को बताया। मुझे 11:43 बजे दिल्ली पुलिस की ओर से शिकायत दर्ज होने की सूचना मिली।
मगर मुझे निराशा हुई और मेरी शिकायत पर उन सभी 16 लोगों को दिल्ली पुलिस की ओर से कोई सहायत नहीं मिली। अपने पड़ोसी हिंदुओं के सहयोग से उन्हें किसी तरह बचाया जा सका। एक सांसद द्वारा निजी तौर पर शिकायत करने पर यह हालत है, यह आश्चर्यजनक नहीं है कि दिल्ली का एक बड़ा हिस्सा जल रहा है और पुलिस का रवैया असहयोगात्मक है।