दिल्ली हिंसा: ‘इधर आ पाकिस्तानी, तुझे नागरिकता देते हैं’ जैसे नारे लगाते हुए दंगाइयों ने जला डाला BSF जवान का घर

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दिल्ली हिंसा: खजूरी खास में दंगाइयों ने बीएसएफ जवान का घर जलाया, लगाए 'इधर आ पाकिस्तानी, तुझे नागरिकता देते हैं' जैसे नारे

राजधानी दिल्ली के उत्तर-पूर्वी हिस्से में भड़के दंगों में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हिंसा और उपद्रव की इस भयानक आग में सैकड़ों घर और दुकानें जलकर ख़ाक हो गईं। हिंसा प्रभावित इलाकों में हजारों मुस्लिम परिवार किसी अनहोनी के डर से अपने घरों में दुबके हुए थे और इस आफत के टल जाने का इंतजार करते रहे। कुछ कॉलोनियां इस मामले में भाग्यशाली रहीं कि बलवाइयों की नज़र उनपर नहीं पड़ी और उनके घर जलने से बच गए। लेकिन, खजूरी खास की इस गली में उपद्रवियों की भीड़ एक-एक घर में तोड़फोड़ और आगजनी कर रही थी। इसी गली के एक दो मंजिला घर में मोहम्मद अनीस का परिवार भी रहता था। उन्हें उम्मीद थी कि घर के बाहर लगा नेमप्लेट देखकर दंगाई रुक जाएंगे और घर को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

दंगाइयों ने घर-गाड़ियों में लगाई आग

दरअसल, मोहम्मद अनीस के घर के बाहर लगे नेमप्लेट में मकान नंबर 76 के साथ यह भी लिखा है कि ये बीएसएफ जवान का घर है। इसमें बीएसएफ का प्रतीक चिह्न भी बना हुआ है। लेकिन यह सब चीजें अनीस के घर को आग की लपटों से बचाने के लिए नाकाफ़ी साबित हुए। दंगाइयों ने पहले उनके घर के बाहर खड़ी कारों में आग लगा दी गई। फिर भीड़ ने कई मिनट तक उनके घर पर पथराव किया।


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इतना ही नहीं, दंगाइयों ने घर के बाहर जोर-जोर से ‘इधर आ पाकिस्तानी, तुझे नागरिकता देते हैं’ जैसे नारे भी लगाए। इसके बाद उन्होंने घर के अंदर एक गैस सिलिंडर फेंक कर उसमें आग लगा दी। उन्हें इस बात से कतई फर्क नहीं पड़ा कि 2013 में बीएसएफ में शामिल होने के बाद मोहम्मद अनीस ने तीन साल जम्मू-कश्मीर में सीमा की रक्षा करते हुए बिताए थे।

दिल्ली हिंसा: खजूरी खास में दंगाइयों ने BSF जवान का घर जलाया, लगाए 'इधर आ पाकिस्तानी, तुझे नागरिकता देते हैं' जैसे नारे
फोटो साभार: न्यूज़ 18

उस वक्त घर में अनीस के साथ उनके पिता मोहम्मद मुनीस (55), चाचा मोहम्मद अहमद (59) और 18 वर्षीय चचेरी बहन नेहा परवीन घर में थे। दंगाइयों के हमले के बाद अर्धसैनिक बलों की मदद से वे सभी किसी तरह घर से निकल कर भाग गए। जहां तीन दिन पहले तक उनका घर हुआ करता था, वहां अब सिर्फ चारदीवारी के अवशेष खड़े हैं। अनीस के घर के पास खजूरी खास की दो गलियों में मुसलमानों के 35 घरों को आग लगा दी गई। इस आगजनी में केवल एक मुस्लिम परिवार का घर सलामत रह पाया।

घर में होने वाली थी दो शादियां, जिंदगी भर की जमा-पूँजी जलकर खाक

बीएसएफ जवान के परिवार ने जीवन की पूरी कमाई घर में जमा कर रखी थी। उनके परिवार में अगले तीन महीनों में दो शादियाँ होनी थीं। खुद अनीस की अगले महीने शादी होने वाली थी, जबकि उनकी बहन नेहा परवीन की शादी अप्रैल में होनी थी। अनीस के परिवार ने न्यूज़ 18 से बात करते हुए कहा कि पूरे जीवन में जमा की गई सारी चीजें, आभूषण – दो सोने के हार, चांदी के आभूषण, सभी चले गए।


उन्होंने कहा, “हम किस्तों पर आभूषण खरीदते थे…हर महीने पैसे दे-देकर आभूषण खरीदे थे। शादी में खर्च के लिए जमा किए गए 3 लाख रुपए नकद और अन्य कीमती सामान भी इसके साथ जल गए।

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बता दें कि खजूरी खास एक हिंदू बहुल क्षेत्र है, लेकिन अनीस के परिवार का कहना है कि उनका कोई भी पड़ोसी इस हमले और लूट-पाट में शामिल नहीं था। उनका कहना है कि लोग बाहर से आए थे। उनके हिंदू पड़ोसी दंगाइयों को बार-बार चले जाने के लिए कह रहे थे। उन्होंने गाड़ियों में लगी आग भी बुझाने में मदद की।


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