Dengue Fever: भारत में बरसात (Rain) का मौसम शुरू होते ही डेंगू भी खतरनाक तरीके से पैर पसारने लगता है। वहीं इस मौसम में मलेरिया होने का ज्यादा खतरा रहता है। डेंगू (Dengue) ऐसी बीमारी है जिसका अगर सही समय पर इलाज नहीं किया जाए तो इंसान के जाने का भी खतरा होता है।
डेंगू बुखार (Dengue Fever) को ‘हड्डीतोड़ बुखार’ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इससे पीड़ितों को इतना अधिक दर्द होता है कि जैसे उनकी हड्डियां टूट गई हो। डेंगू खासतौर पर बारिश के मौसम में होता है, क्योंकि इसी दौरान एडिज मच्छरों (Aedes Mosquito) को पनपने के लिए भरपूर पानी मिलता है।
पिछले कुछ सालों के आंकड़ो पर नज़र दौडाए तो साफ दिख जाएगा कि बीते सालों में डेंगू के चलते हजारों लोग की जान जा चुकी है। ऐसे में आपका यह जानना ज्यादा जरूरी हो जाता है कि यह बीमारी किस महीने में होने के ज्यादा चांस होते हैं। ताकि आप इस बीमारी की चपेट में आने से बच सके।
कैसे होता है डेंगू
डेंगू बुखार मरीज के खून में डेंगू वायरस बहुत ज्यादा मात्रा में हो जाता है। जब एडीज मच्छर डेंगू के किसी मरीज को काटता है तो वह उस मरीज का खून चूसता है। खून के साथ ही डेंगू वायरस भी मच्छर के शरीर में चला जाता है। वहीं मच्छर किसी और इंसान को काट ले तो भी इसके फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
डेंगू मादा एडीज इजिप्टी के काटने से होता है। यह मच्छर रात में में काटता है। यह मच्छर ज्यादा ऊंचाई तक नहीं उड़ पाते हैं। मादा एडीज मच्छर ज्यादा 3-4 दिन पुराने पानी में पनपते हैं। इसलिए बेहतर की आप समय पर कूलर आदि की सफाई करते रहें। घर के आस पास भी किसी तरह का पानी जमा न होने दें।
डेंगू से बचाव का तरीका
मॉस्किटो रिपेलन्ट का इस्तेमाल करें।
फुल स्लीव्स की शर्ट कपड़े पहने।
घर की खिड़कियों में जाली लगाएं।
सोने के समय मच्छरदानी का यूज करें।
बुखार आए तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं, रिस्क न लें।
डायट का खास ध्यान रखें ताकि इम्यून सिस्टम मजबूत बना रहे।