बेंगलुरु, 4 नवंबर (आईएएनएस)। बेंगलुरु सेंट्रल की क्राइम ब्रांच को बुधवार को ओएलएक्स-क्विकर जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़े धोखाधड़ी मामलों की जांच के लिए हैदराबाद जेल में बंद एक गिरोह के 4 सदस्यों की हिरासत मिल गई है। ये चारों आरोपी राजस्थान के एक गिरोह के हैं।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) संदीप पाटिल ने कहा कि गिरोह के सदस्य खुद को रक्षा कर्मी बताते थे और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर नकली विज्ञापन पोस्ट करके भोले-भाले खरीदारों को धोखा देते थे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, कर्नाटक में भी इसी तरह के धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए गए थे। तब सीसीबी ने ऐसे अपराधों में इनकी भूमिका की जांच करने के लिए आगे की कार्रवाई की। हैदराबाद पुलिस पिछले महीने इन लोगों को पकड़ने राजस्थान गई थी। यहां तक कि भरतपुर में गिरोह के सदस्यों को पकड़ने के लिए उसे आंसूगैस के गोले तक दागने पड़े थे।
हैदराबाद पुलिस ने कहा है कि गिरोह तेलंगाना में धोखाधड़ी के 40 मामलों में शामिल था। गिरोह मई 2018 से क्विकर और ओएलएक्स के जरिए वाहनों, मोबाइल फोन, फर्नीचर आइटम और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की बिक्री कम दरों पर करके लोगों को धोखा दे रहा था।
पुलिस कर्मियों ने कहा, खुद को सेना का जवान बताने के कारण खरीदार उन पर विश्वास कर लेते थे। इसके बाद खरीददार के जाल में फंसते ही वह एडवांस और शिपमेंट के नाम पर पैसा ऐंठते थे।
–आईएएनएस
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