मुंबई। जाने-माने फिल्म निर्देशक और अभिनेता ऋतिक रोशन के नाना जे.ओम प्रकाश ने बुधवार की सुबह अपने आवास पर जिंदगी की आखिरी सांस ली। वह 93 साल के थे। अपने चाचा के निधन की खबर को साझा करते हुए अभिनेता दीपक पराशर ने ट्वीट किया, “मेरे सबसे प्यारे अंकल मिस्टर जे. ओम प्रकाश का निधन एक घंटे पहले हुआ। इसका बेहद दुख है, स्वर्ग में उनकी मुलाकात अपने दोस्त और मेरे मामाजी मिस्टर मोहन कुमार संग होगी! भारतीय सिनेमा में उनका योगदान एक तोहफा है जिसे वे अपने पीछे छोड़ गए।”
अपने इस ट्वीट के साथ उन्होंने प्रकाश के साथ वाली अपनी एक तस्वीर भी साझा की। उन्होंने लिखा, “कुछ महीने पहले जब उन्हें देखने गया था तब यह तस्वीर ली थी! ओम शांति!”
My dearest uncle “Mr J Om Prakash”passed away about an hour ago ? So saddened as he joins his friend, my Mamaji “Mr Mohan Kumar “in heaven ! Their contributions to Indian cinema is a gift they left behind for us ! Took this pic few months ago when went to see him ! Om Shanti ! pic.twitter.com/rRuODYcQ2Z
— Deepak Parashar (@dparasherdp) August 7, 2019
बुधवार दोपहर को मुंबई के पवन हंस शवदाह गृह में जे ओम प्रकाश का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान रितिक रोशन काफ़ी भावुक नज़र आये। रितिक अपने नाना के काफ़ी क़रीब थे और अक्सर उनके साथ समय बिताते थे। शवदाह गृह से रितिक की जो तस्वीरें सामने आयी हैं, उनमें वो काफ़ी ग़मगीन नज़र आ रहे हैं। नीचे की तस्वीर में देखा जा सकता है कि नाना के पार्थिव शरीर के पास बैठे रितिक उन्हें निहार रहे हैं।
उन्हें A अक्षर से लगाव के लिए भी जाना जाता था। जे ओम प्रकाश ने जितनी फ़िल्मों का निर्माण-निर्देशन किया, सभी के टाइटल की शुरुआत A से ही होती थी। मसलन, राजेश खन्ना स्टारर ‘आप की कसम’ (1974), ‘आखिर क्यों’ (1985), ‘आशिक हूं बहारों का’ (1977), धमेंद्र और हेमा मालिनी स्टारर ‘आसपास’ (1981), रजनीकांत और राकेश रोशन और श्रीदेवी स्टारर ‘भगवान दादा’ (1986) जैसी फिल्में शामिल हैं।
एक निर्माता के तौर पर उन्होंने ‘आए दिन बहार के’ (1966), ‘आया सावन झूम के’ (1969), ‘आंधी’ (1975) और ‘आंखों आंखों में’ (1972) जैसी फिल्मों में काम किया।
(इनपुट: आईएएनएस)