दिल्ली : आयोग ने मतदाताओं के लिए किया मुफ्त वाहनों का इंतजाम

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नई दिल्ली, 8 फरवरी (आईएएनएस)| दिल्ली विधानसभा के लिए हो रहे चुनाव में इस बार इलेक्शन कमीशन की ओर से मतदाताओं को कई रियायतें एवं सुविधाएं दी गईं। मतदान केंद्रों तक मतदाताओं को लाने ले जाने के लिए विशेष मुफ्त वाहन सेवा प्रदान कराई गईं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कुछ स्थानों पर मोबाइल फोन रखने के लिए लॉकर की व्यवस्था भी देखने को मिली। चुनाव आयोग ने विशेष तौर पर बुजुर्ग मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक लाने और फिर वापस घर पहुंचाने के लिए बैटरी रिक्शा एवं अन्य वाहनों की व्यवस्था की थी।

बल्लीमारान के एक मतदान केंद्र के बाहर ऐसे लोगों के लिए मोबाइल लॉकर बनाया गया था, जो गलती से अपना मोबाइल मतदान केंद्र तक साथ ले आए थे। यहां चुनावी टेबल पर यह मोबाइल लॉकर रखा गया। मोबाइल साथ लाने वाले व्यक्ति अपने नाम नंबर और पते के साथ अपना मोबाइल इन लॉकर में रख रहे थे।


बल्लीमारान में पहली बार मतदान करने आए 19 वर्षीय रेहान ने कहा, “मुझे मतदान के बाद सीधे कोचिंग सेंटर जाना है इसलिए घर से आते समय मैं अपना मोबाइल और किताबें साथ लाया हूं। यहां लॉकर की सुविधा होने के कारण मैं अपना फोन इस लॉकर में रख सका। यदि लॉकर नहीं होता तो मुझे घर वापस जाना पड़ता या फिर बिना मतदान के ही मैं कोचिंग चला जाता।”

वहीं, चुनाव आयोग ने बुजुर्ग यात्रियों को उनके घर से मतदान केंद्र तक लाने और फिर वापस घर छोड़ने के लिए मुफ्त वाहन तैनात किए। इन वाहनों को बकायदा रंगीन गुब्बारों व अन्य सामग्री से सजाया गया था। वाहन के साथ मौके पर मौजूद चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा, “हम बुजुर्ग मतदाताओं को सीधे उनके घर से मतदान केंद्र तक ला रहे हैं और फिर यहां से ऐसे सभी मतदाताओं को उनके घर तक भेजने की व्यवस्था की जा रही है।”

अधिकारी ने कहा, “मतदान केंद्र तक आने व वापस घर जाने के लिए आयोग की मुफ्त सेवा को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के द्वारा इस्तेमाल में लाया गया। कई बुजुर्ग मतदाताओं ने मतदान से पूर्व ही चुनाव आयोग की वेबसाइट पर इन वाहनों के लिए अपने आवेदन ऑनलाइन जमा करवाए थे। ऑनलाइन आवेदन जमा करवाने वाले सभी मतदाताओं को आयोग के इन वाहनों की सुविधा दी गई।”


बुजुर्ग मतदाताओं को लेकर मतदान केंद्र पर तैनात चुनाव आयोग व सुरक्षाकर्मियों का व्यवहार भी काफी सहयोग पूर्ण नजर आया। 83 वर्षीय दामोदर नेगी ने कहा, “सुरक्षाकर्मियों ने हम जैसे बुजुर्ग मतदाताओं को बैठने के लिए अपनी कुर्सियां दीं। अधिकारियों ने भी सुनिश्चित किया कि बुजुर्ग मतदाता बिना लाइन में लगे मतदान कर सकें।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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