दिल्ली : दूसरे समुदाय के पड़ोसी को बचाने में खुद 70 फीसदी जल गए प्रेमकांत

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नई दिल्ली, 28 फरवरी (आईएएनएस)| शिव विहार उत्तर-पूर्वी दिल्ली का सबसे अधिक हिंसा प्रभावित इलाका है। हालांकि, अब यहां एक दूसरे समुदाय के प्रति सम्मान व दोस्ती की अनूठी मिसाल भी सामने आ रही है। ऐसा ही एक उदाहरण पेश किया यहां रहने वाले प्रेमकांत नामक व्यक्ति ने। दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति को बचाने के लिए प्रेमकांत खुद अपनी जान जोखिम में डाल दी। बचाव की इस कार्यवाही में प्रेमकांत पीड़ित व्यक्ति को बचाने में कामयाब रहे, लेकिन इस दौरान वह खुद 70 फीसदी तक जल गए।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अस्पताल जाकर प्रेमकांत से मुलाकात की है। प्रेमकांत और उनके परिजनों से मिलने के उपरांत दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल इसे सामुदायिक भाईचारे की एक मिसाल का उदाहरण कहा।


स्वाति मालीवाल ने कहा, “हिंसा पीड़ित क्षेत्र शिव विहार में रहने वाले प्रेमकांत जी अपने एक मुसलमान पड़ोसी को दंगे से बचाते हुए 70 प्रतिशत जल गए।”

स्वाति मालीवाल जख्मी प्रेमकांत और उनके परिवार से मिलने गुरु तेग बहादुर अस्पताल गई। स्वाति मालीवाल ने कहा, “प्रेमकांत जी जैसे लोग दिल्ली के असली हीरो हैं। उनसे मिलकर बहुत हौसला मिला। मेरी प्रार्थना है कि वो जल्द ठीक हों और हमारे साथ मिलकर काम करें।”

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फैली हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने जहां एक दूसरे के घर मकान दुकानें जलाईं, वहीं गोकुलपुरी इलाके में उपद्रवियों ने दिल्ली महिला आयोग के महिला पंचायत द़फ्तर को भी जला दिया।


इस पर दिल्ली महिला आयोग ने कहा कि हिंसा कराने वाले अपने घरों में आराम से बैठे हैं। ये नफरत की आग कब रुकेगी? पुलिस कब तक स्थिति सामान्य करवाएगी?

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हैं, लेकिन अब राजनीतिक दलों के नेता इस हिंसा के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार बता रहे हैं।

भाजपा की ओर से आम आदमी पार्टी के पूर्व सदस्य व निगम पार्षद ताहिर हुसैन को हिंसा के लिए दोषी बताया गया है, वहीं आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह लगातार कपिल मिश्रा को हिंसा के लिए दोषी ठहरा रहे हैं।

संजय सिंह ने कहा, “भाजपा के सांसद, उनके सहयोगी दल, माननीय हाईकोर्ट सब ने कहा है कि जिन लोगों ने भड़काऊ भाषण दिए, उनपर करवाई होनी चाहिए, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। अगर व़क्त रहते इन सबपर कार्रवाई होती तो दिल्ली नहीं जलती।”

आम आदमी पार्टी के मुताबिक, कपिल मिश्रा ने भड़काऊ बातें कहीं हैं। उनके आचरण की जांच होनी चाहिए। सांसद संजय ने कहा, “दल्ली जल गई, 38 लोगों की जान चली गई। दुकान-मकान जलाए गए। हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट ने कहा, भड़काऊ बयान देने वाले कपिल मिश्रा, प्रवेश वर्मा, अनुराग ठाकुर पर एफआईआर करो, कब होगी इन पर एफआईआर?”

संजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, “जब स्थितियां सामान्य हो रही हैं तो फिर से आग लगाने की कोशिशें शुरू हो गई हैं। अपने ऊपर लगे हिंसा का दाग छिपाने के लिए झूठे आरोपों का सहारा ले रहे हैं। कपिल मिश्रा जैसे लोगों को जेल में होना चाहिए था, वो टीवी पर उपदेश दे रहे हैं।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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