नई दिल्ली | दिल्ली वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बुधवार को 476 के साथ फिर से खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। वहीं शुक्रवार तक इससे बहुत अधिक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। एक्यूआई में पीएम10 की संख्या 489 और पीएम2.5 की संख्या 326 के साथ खतरनाक श्रेणी में है।
दिल्ली एनसीआर के वातावरण में दमघोटूं धुंध का असर लगातार बना हुआ है और गुरुवार को स्थिति और खराब हो सकती है। कम से कम शुक्रवार तक इस स्थिति में आश्चर्यजनक सुधार होने की उम्मीद नहीं है और गुरुवार तक एक्यूआई की और बिगड़ने की संभावना है। हालांकि 15 नवंबर तक हालात में थोड़े सुधार हो सकते हैं।
सफर इंडिया के अनुसार, सफर- इंटीग्रेटेड मल्टी-सैटेलाइट मेथडोलॉजी द्वारा अनुमानित आंकड़ों के अनुसार 11 नवंबर तक पराली जलाने की घटना में कमी आई है।
पराली जलने की घटना में आई कमी के बावजूद दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में बुधवार को उसका 22 प्रतिशत तक प्रभाव बना रहने की संभावना है।
पश्चिमी हवाओं के कारण आगामी दो दिनों तक क्षेत्र में हल्के बादल छाए रह सकते हैं, हालांकि इस दौरान बारिश होने की संभावना नहीं है।
दिल्ली में उच्च प्रदूषण के कारण आंखों में जलन
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का आंकड़ा- पराली जलाने के बावजूद पंजाब में दिल्ली से कम प्रदूषण