नई दिल्ली | दिल्ली व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में रविवार को धुंध की मोटी परत छायी रही और दृश्यता महज कुछ फीट रही, लेकिन केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अपनी दिन की शुरुआत ‘संगीत’ के साथ की।
विडंबना है कि जिस व्यक्ति को पर्यावरण की देखभाल का काम सौंपा गया वह रविवार की छुट्टियां मना रहे हैं। मंत्री ने ट्विटर पर लिखा, “अपने दिन की शुरुआत संगीत से करें।” उन्होंने वीणा प्रतिपादक ‘इमानी संकरा सास्त्री’ की रचना ‘स्वगतम’ का एक लिंक पोस्ट किया।
अपने दिन की शुरुआत संगीत से करें। नीचे वीणा प्रतिपादक ‘इमानी संकरा सास्त्री’ की एक ‘विषयगत’ रचना “स्वगतम्” की कड़ी दी गई है। क्लिक करें https://t.co/9e4mtx6I64
ऐसी और रचनाओं के लिए: https://t.co/yMIlz7rrA9#IndianMusic https://t.co/9e4mtx6I64
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) November 3, 2019
इस पर कई ट्वीटर यूजर्स ने तीखी प्रतिक्रिया जताई। एक ने कहा कि एक्यूआई 625..हमारे दिन की शुरुआत ऐसे हुई। एक अन्य ने लिखा..रोम जल रहा था और नीरो बंसी बजा रहा था..।
This is India’s environment minister during an environmental emergency.
इसे कहते हैं रोम जल रहा था नीरो बाँसुरी बजा रहा था ।— Nitin Mishra (@nitin_gsf) November 3, 2019
यह उस दिन हुआ जब दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 620 के पार हो गया और शहर के कुछ हिस्सों जैसे बवाना में यह 999 पहुंच गया।
राजधानी में दृश्यता इतनी खराब थी कि उड़ानों को दिल्ली हवाईअड्डे से डायवर्ट करना पड़ा। नरेंद्र मोदी सरकार के एक शीर्ष नौकरशाह अमिताभ कांत ने ट्विटर पर दिल्ली छोड़कर केरल में बसने की इच्छा जताई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने केरल के फोटोग्राफ पोस्ट करते हुए लिखा, “दिल्ली की हलचल से दूर भागवान की अपनी धरती केरल में।” इसके बाद कांत ने लिखा, “जीवन में मैं यहीं बसना चाहूंगा।” उन्होंने हैशटैग ‘केरल’ और ‘पाल्यूशन किल्स’ का उपयोग किया।
Away from the hustle, bustle of Delhi in God’s Own Country where I have lived, worked and served the people of the State. This is where I will settle down in life. #Kerala #pollutionkills pic.twitter.com/TuJDptEDJo
— Amitabh Kant (@amitabhk87) November 3, 2019