अगस्ता वेस्टलैंड मामले में आया अहमद पटेल का नाम, कांग्रेस ने बताया चुनावी स्टंट

  • Follow Newsd Hindi On  

देश में 2019 के आम चुनाव सर पर हैं और ऐसे में पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर होते दिखाई दे रहे हैं।  इसी गहमागहमी के बीच प्रवर्तन निदेशालय की ओर से गुरुवार को अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाला मामले में कोर्ट में पेश किये गये चार्जशीट पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार इस मामले में गिरफ्तार कथित बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल ने कांग्रेस नेता अहमद पटेल की पहचान की है और आरोपपत्र में उनका नाम AP के तौर पर दर्ज किया गया है।

खबरों के अनुसार ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि कई अधिकारियों, नौकशाह, मीडिया के लोगों और तब के सत्तारूढ़ अन्य महत्वपूर्ण राजनीति लोगों को रिश्वत दी गई। ईडी ने इस मामले में फरवरी-2008 से अक्टूबर-2009 के बीच कई घटनाक्रमों का जिक्र किया है। इसमें एक जगह ये भी लिखा है कि, ‘मिसेज गांधी का इस डील के पीछे अहम रोल था। साथ ही कहा गया है कि कई राजनीतिक विशिष्ट लोग पीएमओ और रक्षा मंत्रालय के जरिये लगातार अगस्ता वेस्टलैंड डील में मदद कर रहे थे। वित्त मंत्रालय और उनके सीनियर सलाहकारों पर दबाव बनाने के लिए भी लॉबिंग की जा रही थी।’


चार्जशीट के एक और हिस्से में जिक्र है,  इटली की एक औरत के बेटे से मिलने के लिए हफ्ते की शुरुआत में मीटिंग हुई…उस व्यक्ति ने बताया कि बेटा अगला प्रधानमंत्री होगा और उसका दबदबा पार्टी में हर दिन बढ़ता जा रहा है।’ ईडी ने कोर्ट को यह भी बताया कि ‘क्रिश्चियन मिशेल के मुताबिक AP का मतलब अहमद पटेल है और FAM मतलब फैमिली है।’

खबरों  के अनुसार चार्जशीट के एक हिस्से में यह भी कहा गया है कि ‘कागजात’ सभी पांच कैबिनेट सदस्यों- गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, प्रधानमंत्री और पार्टी के नेताओं के पास भेजे गये लेकिन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के अलावा किसी को कोई परेशानी नहीं थी।’ इसमें उनके (प्रणब मुखर्जी) सचिव से बातचीत का भी जिक्र है और यह भी कि ‘पार्टी के नेता उनसे बात करेंगे और हमें उम्मीद है कि वह शांत हो जाएंगे।’

कांग्रेस का आरोप- ‘ये सरकार का चुनावी स्टंट’

इस विवाद के तूल पकड़ते ही कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए चुनावी स्टंट है। सुरजेवाला ने कहा, चार्जशीट के एक अप्रमाणित पन्ने को ईडी द्वारा लीक कराया जाना मोदी सरकार को मिलने वाली हार से ध्यान भटकाने की कोशिश है। ईडी अब सरकार का एक ‘चुनावी ढकोसला’ बन गया है जो झूठ गढ़ रहा है।


सुरजेवाला ने साथ ही कहा, ‘इस झूठ को पहले भी मीडिया के एक पक्ष के सामने लाया गया। हालांकि, वे एक अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में विफल रहे और उन्हें खारिज कर दिया गया। चुनावी मौसम आ गया है और एक घबराई हुई मोदी सरकार झूठ के उसी सेट का उपयोग कर वही बात साबित करने की कोशिश कर रही है जिसे वह हार चुकी है। हम इसे खारिज करते हैं जिसे एक विवादास्पद राजनीतिक एजेंडे के रूप में परोसा जा रहा है क्योंकि मोदी सरकार 2019 के चुनाव को पहले ही हार चुकी है।’

गौरतलब है कि ईडी ने जून 2016 में मिशेल के खिलाफ दायर आरोप पत्र में कहा था कि उसे अगस्ता वेस्टलैंड से लगभग 225 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे।  दुबई से प्रत्यर्पित किये जाने के बाद पिछले वर्ष 22 दिसम्बर को ईडी ने मिशेल को गिरफ्तार किया था। ईडी और केन्द्रीय जांच ब्यूरो हेलीकॉप्टर घोटाला मामले की जांच कर रही है। मिशेल इस मामले में तीन कथित बिचौलियों में से एक है। अन्य बिचौलिये गुइडो हाश्के और कार्लो गेरोसा हैं।

आपको बता दें कि सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में दावा किया है कि वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति के लिए आठ फरवरी, 2010 को हस्ताक्षरित सौदे से सरकारी खजाने को करीब 2,666 करोड़ रुपये का अनुमानित नुकसान हुआ था।

(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)