वेस्ट यूपी के आगरा जिले में पड़ने वाली फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट एक बार फिर से नया सांसद चुनने को तैयार है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के चौधरी बाबूलाल ने एकतरफा जीत हासिल की थी। बीएसपी की सीमा उपाध्याय दूसरे नंबर पर रही थीं। कांग्रेस-आरएलडी गठबंधन से ठाकुर अमर सिंह चुनाव मैदान में कूदे थे, लेकिन वह मुख्य मुकाबले से बाहर होकर चौथे स्थान पर खिसक गए थे। इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मौजूदा सांसद बाबू लाल का टिकट काटकर राजकुमार चाहर को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने 5 बार (3 लोकसभा और 2 राज्यसभा) के सांसद और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर को मैदान में उतारा है। जबकि बहुजन समाज पार्टी ने श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने मनीषा सिंह को टिकट दिया है। कुल 15 उम्मीदवार मैदान में हैं जिसमें 6 प्रत्याशी निर्दलीय हैं।
फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होना है।
फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट का इतिहास
उत्तर प्रदेश की चर्चित सीट फतेहपुर सीकरी मुगलकालीन स्मारकों और शेख सलीम चिश्ती की दरगाह के लिए जानी जाती हैं। मुगलकाल में सम्राट अकबर की राजधानी फतेहपुर सीकरी में बाबा बटेश्वरनाथ मंदिर की भी खास मान्यता है। फतेहपुर सीकरी सीट के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो यह सीट 2009 में अस्तित्व में आई। तब भी कांग्रेस से राज बब्बर प्रत्याशी थे। मगर बसपा उम्मीदवार पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय की पत्नी सीमा उपाध्याय ने राजब्बर को हरा दिया था। चौधरी बाबूलाल यहां तीसरे नंबर पर रहे थे।
2014 की मोदी लहर में यहां बीजेपी का कमल खिला। बीजेपी के चौधरी बाबूलाल जीत गए थे। 2014 में कांग्रेस ने अपना कैंडिडेट नहीं उतारा था। गठबंधन में यह सीट आरएलडी के पास चली गई थी। कांग्रेस-आरएलडी गठबंधन से ठाकुर अमर सिंह चुनाव मैदान में कूदे थे, लेकिन वह मुख्य मुकाबले से बाहर होकर चौथे स्थान पर खिसक गए थे। बीएसपी की सीमा उपाध्याय मुख्य मुकाबले में रही थी।
फतेहपुर सीकरी संसदीय सीट का समीकरण
फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 5 विधानसभा सीटें आती हैं – आगरा ग्रामीण, फतेहपुर सीकरी, खेरागढ़, फतेहाबाद और बाह। 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी पांचों सीटों पर बीजेपी ने ही जीत दर्ज की थी। इस सीट पर कुल 16,92,898 मतदाता हैं, जिनमें महिला मतदाता 7,68,345 और पुरुष वोटरों की संख्या 9,24,553 है। जातीय समीकरण की बात करें तो यहाँ राजपूत वोटरों की संख्या 3.21 लाख, ब्राह्मण वोटर 2.49 लाख, जाट 1.91 लाख , लोध-निषाद 1.84 लाख और दलित वोटर 1.41 लाख हैं। इसके अलावा कुशवाहा, मुस्लिम और वैश्य समाज के मतदाता भी अच्छी संख्या में हैं।
इस बार होने वाले चुनाव में फतेहपुर सीकरी में सियासी दलों की पकड़ के साथ व्यक्तिगत धमक का असर भी साफ दिख रहा है। बीजेपी बनाम गठबंधन की सूबे में चल हवा के बीच कमजोर मानी जाने वाली कांग्रेस के कैंडिडेट राजबब्बर का यहां जलवा है। राजबब्बर यहां गठबंधन पर भी भारी दिख रहे हैं। वह अपने फिल्म स्टार बेटे प्रतीक बब्बर और बेटी जूही बब्बर के गैलमर के बल पर सियासी जंग बीजेपी बनाम कांग्रेस बनाने में जुटे हैं।
राज बब्बर के काम यहां से एक बार सांसद का चुनाव लड़ना और खुद का स्टारडम होना भी आ रहा है। उनकी किसान हित में वेस्ट यूपी में किए गए संघर्ष का भी फायदा मिलने से इनकार नहीं किया जा सकता। इससे बीजेपी को कैंडिडेट चेंज करने के बाद भी अपनी इस सीट को बरकरार रखने की चुनौनी है। वहीं गठबंधन के कैंडिडेट बीएसपी के पूर्व विधायक श्रीभगवान शर्मा उर्फ गड्डू पंडित जंग को त्रिकोणीय बनाने में लगे हुए हैं। बीजेपी के लिए सीट को बरकरार रखना, राजबब्बर जैसे नामवर को टक्कर देना, गठबंधन के दलित मुस्लिम और जाट समीकरण से पार पाना और नाराज पार्टी नेताओं को संतुष्ट करना बड़ी चुनौती होगी।
निवर्तमान सांसद : चौधरी बाबूलाल
2014 का लोकसभा चुनाव
चौधरी बाबूलाल, बीजेपी – 4,26,589
सीमा उपाध्याय, बहुजन समाज पार्टी – 2,53,483
रानी पक्षालिका सिंह, समाजवादी पार्टी – 2,13,397
ठाकुर अमर सिंह, आरएलडी – 24,185
2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रमुख उम्मीदवार
- राजकुमार चाहर, बीजेपी
- श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित, बसपा
- राज बब्बर, कांग्रेस
दूसरे चरण के चुनाव लिए महत्वपूर्ण तिथियां
अधिसूचना जारी | 19 मार्च |
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि | 26 मार्च |
नामांकन पत्र की जांच | 27 मार्च |
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि | 29 मार्च |
मतदान की तारीख | 18 अप्रैल |
मतगणना की तारीख | 23 मई |
लोकसभा चुनाव 2019: दूसरे चरण में 18 अप्रैल को इन सीटों पर होगी वोटिंग, देखें राज्यवार सूची