उत्तर प्रदेश का जालौन गरौठा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र एकबार फिर से नया सांसद चुनने को तैयार है। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर पर सवार बीजेपी ने सपा से यह सीट छीन ली थी। बीजेपी के भानु प्रताप सिंह वर्मा ने बसपा के ब्रजलाल खाबरी को मात दी थी। इस बार जालौन गरौठा भोगिनीपुर सीट पर पांच प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें भाजपा से भानुप्रताप वर्मा, बसपा से अजय अहिरवार पंकज, कांग्रेस से बृजलाल खाबरी, भाकपा माले से रामसिंह व निर्दलीय श्रवण कुमार शामिल हैं।
जालौन लोकसभा सीट पर चौथे चरण में 29 अप्रैल को वोट डाले जाने हैं।
जालौन लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। कहा जाता है कि ऋषि जलवान के नाम पर इस जिले का नाम जालौन पड़ा था। 7वीं सदी में इस इलाके पर राजा हर्षवर्धन का शासन बना रहा। गंगा के जलोढ़ मैदानों पर बसा जालौन के उत्तर में यमुना नदी और तो दूसरी तरफ बेतवा नदी बहती है। यहां की 210 फीट ऊंची लंका मीनार बेहद मशहूर है, इस मीनार के अंदर रावण के पूरे परिवार का चित्रण है।
जालौन लोकसभा सीट का इतिहास
जालौन सुरक्षित लोकसभा सीट पर अभी तक कुल 14 बार लोकसभा चुनाव हुए हैं। इनमें से पांच बार कांग्रेस और पांच बार ही बीजेपी ने जीत दर्ज की है। जबकि सपा, बसपा, जनता दल और लोकदल को एक-एक बार जीत मिली है। इस सीट पर पहली बार 1962 में चुनाव हुए, जिनमें कांग्रेस के रामसेवक सांसद बने। यहां पर कांग्रेस की जीत सिलसिला 1971 तक कायम रहा, लेकिन 1977 के चुनाव में भारतीय लोकदल से रामचरण मैदान में उतरे और उन्होंने कांग्रेस से यह सीट छीन ली। हालांकि 1980 में कांग्रेस ने फिर वापसी और यहां से नाथुराम सांसद चुने गए। इसके बाद 1984 में कांग्रेस ने दोबारा जीत दर्ज की, लेकिन 1989 में यहां जनता दल जीतने में कामयाब रही। इसके बाद कांग्रेस वापसी नहीं कर सकी है।
1991 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने जालौन संसदीय सीट पर खाता खोला और गया प्रसाद कोरी तब यहां के सांसद बने। बीजेपी ने यहां से लगातार तीन बार जीत दर्ज की, लेकिन 1999 में बसपा से ब्रजलाल खाबरी मैदान में उतरे और जीतकर सांसद पहुंचे। 2004 में बीजेपी फिर वापसी की, लेकिन 2009 में यहां पहली बार सपा को जीत मिली। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के भानु प्रताप सिंह वर्मा ने जीत हासिल की।
2014 का लोकसभा चुनाव
2014 के लोकसभा चुनाव में जालौन संसदीय सीट पर 58.77 फीसदी मतदान हुए थे। इस सीट पर बीजेपी के भानु प्रताप सिंह वर्मा ने बसपा के ब्रजलाल खाबरी को दो लाख 87 हजार 202 वोटों से मात देकर जीत हासिल की थी।
जालौन संसदीय सीट का समीकरण
जालौन लोकसभा सीट के तहत कुल पांच विधानसभा सीटें आती हैं- भोगनीपुर, माधवगढ़, कालपी, उरई और गरौठा विधानसभा सीट सीट है। इसमें उरई विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। मौजूदा समय में पांचों सीटों पर बीजेपी का कब्जा है।
जालौन लोकसभा सीट पर 2011 के जनगणना के मुताबिक यहां रहने वाली 78.97 फीसदी ग्रामीण और 21.03 फीसदी शहरी आबादी है। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के मुताबिक इस लोकसभा सीट पर पांचों विधानसभा सीटों पर कुल 1904551 मतदाता और 2212 मतदान केंद्र हैं। अनुसूचित जाति की आबादी इस सीट पर 27.8 फीसदी है जबकि अनुसूचित जनजाति की आबादी 0.06 फीसदी है।
निवर्तमान सांसद: भानुप्रताप वर्मा
लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे
भानु प्रताप सिंह वर्मा (भाजपा)- 5,48,631
बृजलाल खाबरी (बसपा)- 2,61,429
घनश्याम अनुरागी (सपा)- 1,80,921
2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रमुख उम्मीदवार
- भानुप्रताप वर्मा, भाजपा
- अजय अहिरवार पंकज, बसपा/गठबंधन
- बृजलाल खाबरी, कांग्रेस
चौथे चरण के चुनाव लिए महत्वपूर्ण तिथियां
अधिसूचना जारी | 2 अप्रैल |
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि | 9 अप्रैल |
नामांकन पत्र की जांच | 10 अप्रैल |
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि | 12 अप्रैल |
मतदान की तारीख | 29 अप्रैल |
मतगणना की तारीख | 23 मई |