बिहार के मधुबनी जिले के पूर्वी भाग में स्थित झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र एक बार फिर से नया सांसद चुनने के लिए तैयार है। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के चलते पहली बार यहां भाजपा का खाता खुला। बीजेपी प्रत्याशी वीरेंद्र कुमार चौधरी राजद के मंगनी लाल मंडल को हराकर संसद पहुंचे। जदयू उम्मीदवार देवेंद्र प्रसाद यादव तीसरे नंबर पर रहे। इस बार महागठबंधन खेमे से यह सीट राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के हिस्से गयी है और पार्टी ने गुलाब यादव को मैदान में उतारा है। वहीं, एनडीए की ओर से यह सीट जदयू (जेडीयू) के खाते में गयी है और पार्टी ने रामप्रीत मंडल को टिकट दिया है। हालांकि कभी आरजेडी और जेडीयू के नेता और पांच बार के सांसद देवेंद्र प्रसाद यादव समाजवादी जनता दल (डेमोक्रेटिक) से चुनाव मैदान में खड़े होकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है।
झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में तीसरे चरण में 23 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।
झंझारपुर की पहचान मैथिली से है। इस क्षेत्र से तीन नदियां कमला, बलान और कोसी प्रवाहित होती हैं। कृषि प्रधान यह क्षेत्र बारिश के दिनों में अक्सर बाढ़ की चपेट में आ जाता है। यहां के जीर्ण-शीर्ण हो चुके किले, मूर्तियां एवं शिलालेख अपनी ऐतिहासिकता की गवाही देते हैं। 11वीं सदी में यह क्षेत्र मिथिला राज्य की राजधानी माना जाता है।
झंझारपुर लोकसभा सीट का इतिहास
1972 में इसे लोकसभा क्षेत्र बनाया गया। देश के लिए हुए पांचवे लोकसभा निर्वाचन में पहली बार यहां के लोगों ने सांसद के चुनाव के लिए मतदान किया। यह विधानसभा सीट भी है। यह क्षेत्र मधुबनी जिले का हिस्सा है। कांग्रेस के दिग्गज व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र भी यहां का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। हरियाणा के पूर्व राज्यपाल धनिक लाल मंडल, देवेंद्र प्रसाद यादव, गौरीशंकर राजहंस, मंगनी लाल मंडल सरीखे दिग्गज नेता भी यहां से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। 1999 और 2004 के चुनाव में देवेंद्र प्रसाद यादव आरजेडी के टिकट पर लड़े और जीते। साल 2009 के चुनाव में झंझारपुर की जनता ने जेडीयू उम्मीदवार मंगनी लाल मंडल को पसंद किया। साल 2014 के मोदी लहर में बीजेपी उम्मीदवार बीरेंद्र कुमार चौधरी को यहां का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला।
झंझारपुर संसदीय सीट का समीकरण
झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में मधुबनी जिले के छह विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। ये हैं-झंझारपुर, फुलपरास, खजौली, बाबूबरही, राजनगर (अजा) और लौकहा। इनमें झंझारपुर व खजौली सीट पर राजद, फुलपरास, बाबूबरही व लौकहा सीट पर जदयू और राजनगर सीट पर भाजपा।वोटरों की संख्या 18 लाख 24 हजार 987 है। यहां की साक्षरता दर लगभग 60 फीसद है।
सामाजिक समीकरण के लिहाज से देखें तो झंझारपुर संसदीय क्षेत्र यादव, ब्राह्मण और अतिपिछड़ा बहुल है। यादव लगभग 20 प्रतिशत, ब्राह्मण 19 से 20 प्रतिशत, अतिपिछड़ा 35 प्रतिशत, मुस्लिम 15 प्रतिशत और 10 प्रतिशत में अन्य भूमिहार, राजपूत, कायस्थ, वैश्य आते हैं।समाजवाद की प्रयोगभूमि के तौर पर प्रसिद्ध इस सीट पर जेडीयू-आरजेडी के बीच कांटे का मुकाबला माना जा रहा है।
2014 का लोकसभा चुनाव
2014 में यहां पहली बार बीजेपी की विजय पताका फहरायी। 2014 में त्रिकोणीय संघर्ष हुआ। वीरेंद्र चौधरी के लिए जीत की राह आसान हुई। उन्होंने 3, 35,481 वोट लाए और राजद के प्रत्याशी मंगनी लाल मंडल को 55,408 वोट से हराया। वहीं तीसरे स्थान पर रहे देवेंद्र यादव को भी 1,83,591 वोट मिले। चौधरी को कुल मतों का 35.64 प्रतिशत वोट मिला। वहीं राजद प्रत्याशी मंगनी लाल मंडल को 280073 मत मिला, जो कुल मतों का 29.75 प्रतिशत था। देवेंद्र यादव को 183591 वोट मिले, जो कुल मतों का 19.5 प्रतिशत वोट था।
निवर्तमान सांसद: वीरेंद्र कुमार चौधरी
लोकसभा चुनाव 2014
वीरेंद्र कुमार चौधरी, बीजेपी – 3,35,481
मंगनी लाल मंडल, राजद – 2,80,073
देवेंद्र प्रसाद यादव, जदयू – 1, 83,591
2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रमुख उम्मीदवार
- रामप्रीत मंडल, जेडीयू
- गुलाब यादव, राजद
- देवेंद्र प्रसाद यादव, समाजवादी जनता दल (डेमोक्रेटिक)
तीसरे चरण के चुनाव लिए महत्वपूर्ण तिथियां
अधिसूचना जारी | 28 मार्च |
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि | 4 अप्रैल |
नामांकन पत्र की जांच | 5 अप्रैल |
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि | 8 अप्रैल |
मतदान की तारीख | 23 अप्रैल |
मतगणना की तारीख | 23 मई |
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