उत्तर प्रदेश का कानपुर लोकसभा क्षेत्र एकबार फिर से नया सांसद चुनने को तैयार है। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने यहां से लगातार तीन बार सांसद रहे कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल को हराया था। मौजूदा लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने यहां के सांसद और पूर्व केंद्र मंत्री मुरली मनोहर जोशी के स्थान पर सत्यदेव पचौरी को अपना उम्मीदवार बनाया है। वही कांग्रेस ने श्रीप्रकाश जायसवाल को और गठबंधन की तरफ से सपा ने पूर्व सांसद मनोहर लाल के पुत्र रामकुमार को प्रत्याशी बनाया है।
कानपुर लोकसभा सीट पर चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान होना है।
कानपुर, उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक नगर है। कानपुर का मूल नाम ‘कान्हपुर’ था। यह नगर गंगा के नदी तट पर बसा हुआ है। लखनऊ से 80 किलोमीटर दूर स्थित यह नगर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी के नाम से भी जाना जाता है। नाना राव पेशवा का किला इस शहर की ऐतिहासिकता की गवाही देता है। इसके अलावा कानपुर को शिक्षा का गढ़ माना जाता है। यहां पर आई.आई.टी, कानपुर यूनिवर्सिटी, गणेश शंकर विद्यार्थी मेडीकल कॉलेज, राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, राष्ट्रीय दलहन अनुसांधन केंद्र, चंद्र शेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय प्रमुख शैक्षिक संस्थान हैं। यहां के ठग्गू के लड्डू पूरे देश में लोकप्रिय हैं। यहां का चमड़ा और सूती कपड़ा पूरे देश में निर्यात किया जाता है। दिल्ली से इस शहर की दूरी करबी 450 किलोमीटर है।
कानपुर लोकसभा सीट का इतिहास
शुरुआती दौर में कानपुर को मजदूरों का शहर कहा जाता था। तभी यहां से मजदूर नेता एसएम बनर्जी लगातार चार बार सांसद रहे। जबकि वे कानपुर के रहने वाले नहीं थे। मगर मजदूरों के बीच दुख-दर्द बांटने वाले बनर्जी को यहां की जनता ने लगातार चार बार संसद पहुंचाया। हालांकि पांचवी बार 1977 में बदलाव आया और जनता ने उन्हें बुरी तरह हार का स्वाद चखाया।
कानपुर लोकसभा सीट से भाजपा और कांग्रेस चार बार जीती हैं। भाजपा के जगतवीर द्रोण 1991 से लेकर 1998 के बीच हुए तीन चुनावों में लगातार जीते। 1999 से लेकर 2009 तक हुए तीन चुनावों में कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल जीते। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के पास फिर ये सीट आ गई। इस चुनाव में वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी जीत गए।
2014 का लोकसभा चुनाव
2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर मुरली मनोहर जोशी ने श्रीप्रकाश जायसवाल को 2,22,946 वोटों से हराया था। पूर्व भाजपा अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी को यहां करीब 4,74,712 वोट तो वहीं कांग्रेस सरकार में केंद्र मंत्री रहे श्रीप्रकाश जायसवाल को 2,51,766 वोट मिले थे।
कानपुर संसदीय सीट का समीकरण
कानपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल 5 विधानसभा सीटें आती हैं – गोविंदनगर, सीसामऊ, आर्यनगर, किदवई नगर और कानपुर कैंट। इस संसदीय सीट की कैंट विधानसभा सीट पर कांग्रेस, आर्यनगर और सीसामऊ सीट पर सपा और गोविंद नगर व किदवई नगर सीट पर बीजेपी का कब्जा है।
कानपुर को ब्राह्मणों का गढ़ कहा जाता है। चुनाव में यहां के ब्राह्मण मतदाता न सिर्फ प्रत्याशियों को जिताकर संसद पहुंचाते हैं बल्कि जीत का पूरा ताना-बाना बुनते हैं। यहां करीब 16,11,248 मतदाता है जिसमें ब्राह्मण वोटरों की संख्या 6 लाख से अधिक है तो वहीं मुस्लिम मतादाताओं कि संख्या 4 लाख से ज्यादा है। मौजूदा लोकसभा चुनाव में इस बार यहां के युवा वोटर काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे क्याकि यहां युवा मतदाओं कि संख्या करीब 6,84,617 तक पुहंच गई है।
इस बार भाजपा ने वयोवृद्ध होने के कारण कानपुर सीट से मौजूदा सांसद मुरली मनोहर जोशी की बजाय प्रदेश सरकार में काबीना मंत्री सत्यदेव पचौरी को मैदान में उतारा है। सत्यदेव पचौरी इसी लोकसभा सीट के तहत गोविन्द नगर के विधायक भी हैं। कांग्रेस ने एक बार फिर से यहां से तीन बार के सांसद रहे श्रीप्रकाश जायसवाल पर भरोसा करके प्रत्याशी बनाया है। वहीं सपा-बसपा गठबंधन के तहत सपा ने रामकुमार को इस सीट से मोर्चे पर लगाया है।
निवर्तमान सांसद: मुरली मनोहर जोशी
लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे
मुरली मनोहर जोशी, भाजपा – 4,74,712
श्रीप्रकाश जायसवाल, कांग्रेस – 2,51,766
सलीम अहमद, बसपा – 53,218
2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रमुख उम्मीदवार
- श्रीप्रकाश जायसवाल, कांग्रेस
- सत्यदेव पचौरी, भाजपा
- रामकुमार, सपा
चौथे चरण के चुनाव लिए महत्वपूर्ण तिथियां
अधिसूचना जारी | 2 अप्रैल |
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि | 9 अप्रैल |
नामांकन पत्र की जांच | 10 अप्रैल |
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि | 12 अप्रैल |
मतदान की तारीख | 29 अप्रैल |
मतगणना की तारीख | 23 मई |