पीलीभीत लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, उत्तर प्रदेश: वर्तमान सांसद, उम्मीदवार, मतदान तिथि और चुनाव परिणाम

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पीलीभीत लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, उत्तर प्रदेश: वर्तमान सांसद, उम्मीदवार, मतदान तिथि और चुनाव परिणाम

उत्तर प्रदेश की पीलीभीत लोकसभा सीट एक बार फिर नया सांसद चुनने को तैयार है। 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर 5 बार की सांसद रहीं भाजपा की मेनका गांधी ने छठी बार चुनाव जीता। मेनका ने सपा के बुद्धसेन वर्मा को भारी मतों से हराया था। वहीं तीसरे नंबर पर बसपा के अनीस अहमद खान थे। मेनका गांधी दशकों से इस सीट पर काबिज रही हैं। पीलीभीत सीट भी अमेठी और रायबरेली की तरह गांधी परिवार से जुड़ा है। इस बार वरूण गांधी यहां से चुनाव लड़ रहे हैं और मेनका गांधी सुल्तानपुर से।

पीलीभीत लोकसभा सीट पर इस बार कुल 13 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा के वरुण गांधी और समाजवादी पार्टी के हेमराज वर्मा के बीच है। जनता दल यूनाइटेड के डॉक्टर भरत भी मैदान में हैं। यहां से 6 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं।


पीलीभीत लोकसभा सीट का इतिहास

पीलीभीत नेपाल और उत्तरखंड से सटा हुआ खूबसुरत जगह है। इसके अलावा इसे एक और वजह से जाना जाता है। वो है गांधी परिवार का गढ़। पीलीभीत लोकसभा सीट के संसदीय इतिहास की बात करें तो 1951 में लोकसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस ने यहां से जीत हासिल की हो, लेकिन उसके बाद 1957, 1962, 1967 के चुनाव में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी ने जीत दर्ज की थी। 1971 में कांग्रेस को फिर से यहां पर जीत मिली, लेकिन 1977 में चली सरकार विरोधी लहर में कांग्रेस की करारी हार हो गई।

1980 और 1984 के चुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर यहां से बड़ी जीत हासिल की, लेकिन उसके बाद कांग्रेस यहां कभी वापसी नहीं कर सकी। संजय गांधी की मौत के बाद गांधी परिवार से अलग हुई मेनका गांधी ने 1989 में जनता दल के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा और जीता। लेकिन दो साल बाद 1991 में हुए चुनाव में भाजपा ने यहां से जीत की शुरुआत की।

मेनका गांधी ने 1996 से 2004 तक लगातार चार बार यहां से चुनाव जीता, इनमें दो बार निर्दलीय और 2004 में भाजपा के टिकट से चुनाव में जीत हासिल की थी। 2009 में उन्होंने अपने बेटे वरुण गांधी के लिए यह सीट छोड़ दी और वरुण यहां से सांसद चुने गए। लेकिन 2014 में एक बार फिर वह यहां वापस आईं और छठीं बार यहां से सांसद चुनी गईं। वह केंद्र में मंत्री भी बनीं।


2014 का लोकसभा चुनाव

पीलीभीत लोकसभा सीट पर 2014 में हुए चुनाव पर नजर डालें तो इस सीट पर 5 बार की सांसद मेनका गांधी ने छठी बार चुनाव जीता। मेनका गांधी ने सपा के बुद्धसेन वर्मा को भारी मतों से हराया। मेनका गांधी को कुल 5,46,934 वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर रहे सपा के बुद्धसेन वर्मा को 2,39,882 वोट मिले। वहीं तीसरे नंबर पर बसपा के अनीस अहमद खान थे। अनीस को कुल 1,96,294 वोट मिले।

2014 के लोकसभा चुनाव में पीलीभीत में कुल 62.9% मतदान हुआ जिसमें भाजपा की मेनका गांधी को 52 फीसदी से भी ज्यादा वोट मिले। मेनका गांधी को 52.1% और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को 22.8% वोट हासिल हुए थे।

पीलीभीत संसदीय सीट का समीकरण

पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र में 5 विधानसभा सीटें बहेड़ी, पीलीभीत, बड़खेड़ा, पूरनपुर और बिसालपुर शामिल हैं। जिनमें 1 सीट बरेली जिले की बहेड़ी सीट है।  2017 के विधानसभा चुनाव में सभी पांच सीटों पर बीजेपी ने ही बाजी मारी थी। हिंदू वोटरों के साथ-साथ मुस्लिम वोटरों का भी खास प्रभाव है। पीलीभीत में 30 फीसदी आबादी मुस्लिमों की है। पीलीभीत सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 17,47,654 है। जिनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 9,41,480 है जबकि महिला वोटरों की संख्या 8,06,096 है।

निवर्तमान सांसद : मेनका गांधी

2014 का लोकसभा चुनाव

मेनका गांधी, बीजेपी – 5,46,934

बुद्धसेन वर्मा, समाजवादी पार्टी – 2,39,882

अनीस अहमद खान, बसपा – 1,96,294

2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रमुख उम्मीदवार

  • वरूण गांधी, बीजेपी
  • हेमराज वर्मा, गठबंधन(सपा)
  • डॉक्टर भरत, जनता दल यूनाइटेड

तीसरे चरण के चुनाव लिए महत्वपूर्ण तिथियां

अधिसूचना  जारी 28 मार्च
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 4 अप्रैल
नामांकन पत्र की जांच 5 अप्रैल
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 8 अप्रैल
मतदान की तारीख 23 अप्रैल
मतगणना की तारीख 23 मई

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