Global Tiger Day 2020: बाघ की गणना रिपोर्ट हुई जारी, भारत में मौजूद है दुनिया के 70 फीसद बाघ

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Environment Minister Prakash Javadekar releases Tiger Census report

Global Tiger Day 2020: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को नेशनल मीडिया सेंटर में टाइगर गणना की रिपोर्ट जारी की। दुनिया भर में मौजूद बाघों की कुल आबादी का 70 फीसद केवल भारत में है। इस काम के  लिए कैमरों का नेटवर्क बिछाया गया है और दुनिया में भारत के इसे अभूतपूर्व प्रयास के लिए सराहना की गई है।

देश में बाघों की संख्या सालाना छह प्रतिशत की औसत दर से बढ़ रही है और चार में से तीन भौगोलिक क्षेत्रों में वर्ष 2006 की तुलना में बाघों की संख्या 2018 में दोगुने से अधिक हो चुकी है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में वर्ष 2018 की बाघों की गणना पर विस्तृत रिपोर्ट जारी की।


29 जुलाई को दुनियाभर में International Tiger Day मनाया जाता है और उससे एक दिन पहले यह रिपोर्ट जारी की गई है। जावड़ेकर ने कहा कि बाघों की बढ़ती संख्या इस बात का संकेत है कि हमारी प्रकृति ठीक है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने कहा, ‘ भारत को अपनी बाघों की संख्या पर गर्व है। देश में आज दुनिया की 70 फीसद बाघ की आबादी है।

हम सभी 13 टाइगर रेंज देशों के साथ बाघों के भंडार के वास्तविक प्रबंधन में उनके साथ काम करने के लिए तैयार हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘बाघ गणना 2018 में जंगलों में कैमरा ट्रैप द्वारा लगभग 3.5 करोड़ तस्वीरें ली गईं, जिनमें से 76,651 बाघों की थीं और 51,777 तेंदुओं की थीं।’

इसके साथ ही केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने आगे बताया, ‘ भारत में पहली बार, हमने LIDAR सर्वेक्षण तकनीक का उपयोग किया, जो वन क्षेत्र का विवरण देगी जहां पानी का काम किया जा सकता है।’ इनके अलावा 500 शेर, 30 हजार हाथी और एक सींग वाले तीन हजार गैंडे भी अपने देश में हैं जो हमारी ‘सॉफ्ट पावर’ के प्रतीक हैं।


इस रिपोर्ट में कहा गया कि जो इलाके वर्ष 2006 से लगातार हर बाघ सर्वेक्षण का हिस्सा रहे हैं, उनमें बाघों की संख्या सालाना छह प्रतिशत की दर से बढ़ी है। शिवालिक की पहाड़ियों और गंगा के मैदानी भागों में बाघों की संख्या इन 12 वर्षों में 297 से बढ़कर 646 हो गई है। पश्चिमी घाट क्षेत्र में यह 402 से बढ़कर 981 और पूर्वोत्तर के पहाड़ों तथा ब्रह्मपुत्र नदी के मैदानी इलाकों में 100 से बढ़कर 219 हो गई है।

इस हिसाब से देखा जाए तो इन तीनों क्षेत्रों में बाघों की संख्या दुगुने से अधिक हुई है। दुनिया के जिन अन्य 13 देशों में बाघ पाए जाते हैं, हम उन्हें भी संरक्षण में मदद और इसके लिए प्रशिक्षण देने के लिए तैयार हैं। वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि वर्ष 2018 में देश में बाघों की संख्या 2,967 थी और उन्हें पूरा विश्वास है कि यह अब बढ़कर तीन हजार के पार पहुंच गई होगी।

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