नई दिल्ली, 5 फरवरी (आईएएनएस)| भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने कहा है कि विदेश मंत्रालय ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत में होने वाली आगामी एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में पाकिस्तान और चीन के पहलवानों को भी भाग लेने की इजाजत दी जाएगी।
एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप का आयोजन 18 से 23 फरवरी तक नई दिल्ली में ही होना है।
डब्ल्यूएफआई के सचिव विनोद तोमर ने आईएएनएस से कहा, “डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने विदेश मंत्री (एस जयशंकर) से मुलाकात की है। विदेश मंत्री ने हमारे अध्यक्ष को आश्वासन दिया है कि खिलाड़ियों के भाग लेने की अनुमति देने की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा। हमने विदेश मंत्रालय (विदेश मंत्रालय) को इस बारे में विदेश मंत्रालय को लिखा था और इसके अलावा हमारे अध्यक्ष ने उनसे मुलाकात की थी।”
आगामी एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में पाकिस्तानी पहलवानों की भागीदारी उस समय संदिग्ध हो गई जब इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायुक्त ने पाकिस्तान के पहलवानों का पासपोर्ट और वीजा आवेदन स्वीकार करने से मना कर दिया।
इससे पहले, डब्ल्यूएफआई ने अपने पाकिस्तान समकक्ष को एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए निमंत्रण भेजा था जिसके बाद ही उन्होंने वीजा प्रक्रिया शुरू की थी।
पिछले साल भी भारत ने पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तानी निशानेबाजों को भारत आने के लिए वीजा देने से मना कर दिया था। इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने भारत पर किसी भी टूर्नामेंट की मेजबानी करने से रोक लगा दिया था।
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) पहले ही भारत को चेता चुका है कि उसे कुश्ती चैंपियनशिप के लिए सभी प्रतिभागियों को वीजा मुहैया कराना होगा अन्यथा उस पर प्रतिबंध लग सकता है।
इस बीच, कोरोना वायरस के कारण चीन के प्रतिभागियों का भी एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेना संदिग्ध माना जा रहा था।
कोरोना वायरस के खतरे के कारण भारत पहले ही चीनी पर्यटकों के ई-वीजा को निलंबित कर चुका है। भारत में अभी तक कोरोना वायरस के तीन मामलों की पुष्टि की जा चुकी है।