नेशनल वॉर मेमोरियल के बारे में जानिये हर बात

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नेशनल वॉर मेमोरियल के बारे में जानिये हर बात

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को इंडिया गेट पर बने देश के पहले नेशनल वॉर मेमोरियल (राष्ट्रीय समर स्मारक) का उद्घाटन किया। 40 एकड़ में फैले इस मेमोरियल के निर्माण पर करीब 176 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके अलावा नेशनल वॉर मेमोरियल की दीवारों पर 1962 के भारत-चीन युद्ध और 1947,1965, 1971 के भारत-पाक युद्ध और कारगिल में शहीद हुए 25,942 जवानों के नाम भी लिखे गए हैं।

नेशनल वॉर मेमोरियल के बारे में जानिये हर बात


नेशनल वॉर मेमोरियल को ऐसे तैयार किया गया है, जिससे इंडिया गेट की खूबसूरती कम न हो। यहां स्मारकों के साथ संग्रहालय (नेशनल वॉर म्यूजियम) के निर्माण के लिए उपयुक्त डिजाइन तय करने की प्रक्रिया चल रही है। इसकी शुरुआती लागत करीब 500 करोड़ रुपए होगी और इसे तैयार होने में अभी कुछ और वक्त लगेगा।

नेशनल वॉर मेमोरियल के बारे में जानिये हर बात

मेमोरियल के चारों ओर सफेद दूधिया लाइटें भी लगाई गई हैं। विजय चौक से इंडिया गेट और नेशनल वॉर मेमोरियल को देखा जा सकता है। बताया जा रहा है कि शहीदों की याद में स्मारक और संग्रहालय बनाने पर विचार सबसे पहले वर्ष 1968 में किया गया था। साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के कुछ ही माह बाद 2015 में इसे अंतिम अनुमति दी गई। इसके बाद जुलाई 2017 से इंडिया गेट के पास इसका निर्माण शुरू किया गया।


दीवारों पर दिखेगी युद्ध से जुड़ी कलाकृतियां

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मेमोरियल में कुछ दीवारों पर युद्ध से जुड़ी कलाकृतियां लगाई गई हैं। कारगिल के दौरान टाइगर हिल पर कब्जा इत्यादि लम्हे कैद करने वाली तस्वीरें भी देखने को मिलेंगी। नेशनल वॉर मेमोरियल काफी बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है।

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मालूम हो कि प्रथम विश्व युद्ध और आंग्ल-अफगान युद्ध में शहीद हुए 84000 भारतीय जवानों की याद में अंग्रेज शासकों ने इंडिया गेट बनवाया था। बाद में 1971 के युद्ध में शहीद हुए 3843 सैनिकों के सम्मान में वहां अमर जवान ज्योति बनाई गई थी।

ऐसा है शहीदों का मेमोरियल

  • नेशनल वॉर मेमोरियल में चार चक्र बनाए गए हैं।
  •  जल, थल और वायु सेना के शहीदों के नाम एकसाथ होंगे।
  •  अमर चक्र पर 15.5 मीट ऊंचा स्मारक स्तंभ बना है, जिसमें अमर ज्योति जलेगी।
  •  वीरता चक्र में छह बड़े युद्धों के बारे में जानकारी दी है।
  •  त्याग चक्र में 2 मीटर लंबी दीवार पर 25,942 शहीदों के नाम।
  •  690 पेड़ों के साथ सुरक्षा चक्र भी दिखेगा।
  •  राजस्थान से मंगवाए गए पत्थरों से बना है स्मारक।

  • इंडिया गेट की तरह मेमोरियल में भी होगी अमर ज्योति।
  • हर शाम सैन्य बैंड के साथ शहीदों को सलामी दी जाएगी।
  •  पर्यटकों के लिए प्रवेश निशुल्क रहेगा।
  • हर सप्ताह रविवार को चेंज ऑफ गार्ड सेरेमनी देखने का मौका।

नेशनल वॉर मेमोरियल के बारे में जानिये हर बात

मेमोरियल के खुलने और बंद होने का समय अप्रैल से अक्तूबर तक सुबह 9 से शाम साढ़े 7 बजे तक रहेगा। वहीं नवंबर से मार्च तक यह सुबह 9 से शाम साढ़े 6 बजे तक खुला रहेगा।


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