कोरोना वायरस के चपेटाघात में फ्रंट लाइन वारियर्स भी आ रहे हैं। डॉक्टर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मी इस महामारी से दो-दो हाथ कर रहे हैं। इस बीच कई हेल्थ वर्कर्स की जान भी जा चुकी है। सोशल साइट्स पर लोग इन कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। ऐसी ही एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि जोधपुर की रहने वाली डॉक्टर मेघा व्यास का पुणे में कोरोना वायरस की वजह से निधन हो गया। वह कोरोना से लोगों को बचा रही थीं, लेकिन इस दौरान वह खुद ही संक्रमित हो गईं। मेघा की तस्वीर के साथ यह मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है। बीजेपी सांसद हरिओम पांडेय समेत कई लोग इस पोस्ट को शेयर कर चुके हैं। लेकिन हकीक़त कुछ और ही है।
क्या है सच्चाई?
सोशल मीडिया पर सर्च करने पर पता चलता है कि ये दावा गलत है। मेघा व्यास के परिवार के करीबी लोगों से बात करने पर पता चला कि मेघा डॉक्टर नहीं बल्कि हाउस वाइफ थीं। Face Crescendo नामक वेबसाइट ने मृतक महिला के पति डॉ. श्रीकांत शर्मा से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी को लेकर झूठ बोला जा रहा है कि उनकी मौत कोरोना संक्रमित होने की वजह से हुई। यह पूरी तरह गलत है। मेघा व्यास की मौत हार्ट अटैक से हुई है। उनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
डॉ. श्रीकांत शर्मा ने बताया कि उनकी पत्नी का इलाज पुणे के जहांगीर हॉस्पिटल में चल रहा था। उन्होंने इस बाबत एक रिपोर्ट भी साझा किया जिसमें यह कहा गया है कि उनकी पत्नी कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं थीं।
फेसबुक व ट्विटर वर मेघा व्यास यांचा मृत्यू झाल्याचे फोटो पोस्ट व्हायरल केले जात आहेत. तर ही बातमी फेक आहे.. कृपया पडताळणी करून पोस्ट करा आपल्या चुकीच्या पोस्ट मुळे कोणाला मनस्ताप नको. खाली मेघा व्यास यांच्या नवऱ्याची कॉमेंट आहे.#मेघाव्यास #फेक_न्यूज़ #FakeNews #meghavyas pic.twitter.com/fYYAdhTvSh
— Bhaiya Patil (@BhaiyaPatil) April 24, 2020
मेघा को लेकर एक और झूठ बोला जा रहा है कि उनकी मौत 22 अप्रैल को हुई। जबकि 22 अप्रैल को उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। 23 अप्रैल को उनकी मौत हुई।
फेक न्यूज फैलने से परिवार के लोग परेशान
मेगा व्यास को लेकर फेक न्यूज फैलने से उनके पति के साथ परिवार के अन्य लोग परेशान हैं। उन्होंने अपने स्तर पर तमाम सोशल मीडिया साइट्स पर इस खबर से जुड़ी सच्चाई डाली। उनका कहना है कि कोरोना की वजह से नहीं बल्कि हार्ट अटैक से मौत हुई। उन्होंने फेक न्यूज़ फैलाने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की बात भी कही है।