मध्यप्रदेश। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पूरा देश गुस्से में है। झाबुआ के किसानों का आक्रोश भी पाकिस्तान के खिलाफ फूट पड़ा है। किसानों ने तय किया है कि अब पेटलावद के टमाटर पाकिस्तान नहीं जाएंगे। टमाटर चाहे सड़ जाएं या उन्हें फेंकना पड़े, लेकिन आतंकियों को पालने वाले देश में नहीं भेजेंगे। जिले के पेटलावद तहसील में होने वाला टमाटर पाकिस्तान में प्रसिद्ध है। हर साल बड़ी मात्रा में टमाटर पड़ोसी देश भेजते हैं।
झाबुआ मध्यप्रदेश के इस फैसले की जब मुख्यमंत्री कमल नाथ को खबर मिली तो उन्होंने इस बात की खूब सरहाना की। उन्होंन ट्वीट किया की “पुलवामा हादसे व आतंकी घटनाओं के विरोध में झाबुआ जिले के पेटलावद तहसील के किसान भाइयों द्वारा अपने मुनाफ़े की परवाह ना कर पाकिस्तान टमाटर नहीं भेजने के निर्णय को सलाम करता हूँ,देशभक्ति से भरे इस जज़्बे की प्रशंसा करता हूँ।
हर देशवासी को इनसे प्रेरणा लेना चाहिये।”
पुलवामा हादसे व आतंकी घटनाओं के विरोध में झाबुआ जिले के पेटलावद तहसील के किसान भाइयों द्वारा अपने मुनाफ़े की परवाह ना कर पाकिस्तान टमाटर नहीं भेजने के निर्णय को सलाम करता हूँ,देशभक्ति से भरे इस जज़्बे की प्रशंसा करता हूँ।
हर देशवासी को इनसे प्रेरणा लेना चाहिये।— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) February 18, 2019
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर के लिखा,” झाबुआ जिले के पेटलावाद इलाके के किसान भाई नुकसान उठा कर भी अपने टमाटर पाकिस्तान नहीं भेजेंगे। ये सुनकर मेरा सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। जय जवान, जय किसान।
मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के पेटलावद के किसान भाई नुक़सान उठा कर भी अपने टमाटर पाकिस्तान नहीं भेजेंगे यह जान कर मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो गया।
जय जवान, जय किसान।
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 18, 2019
ऐसे पाकिस्तान पहुंचता है टमाटर
जानकारी के अनुसार पेटलावद का टमाटर पहले दिल्ली मंडी जाता है। यहां से पठानकोट के रास्ते पाकिस्तान भेजा जाता है। हालांकि करीब दो साल पहले भी टमाटर नहीं भेजने का निर्णय लिया था, फिर भी दिल्ली से पठानकोट के रास्ते टमाटर भेज दिया जाता था। किसानों का कहना है हमें जिस भी एजेंट को टमाटर देंगे उसे पाकिस्तान नहीं भेजने की अपील भी करेंगे।
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