पाकिस्तान को बड़ा झटका: टेरर फंडिग को लेकर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने किया ब्लैक लिस्ट

  • Follow Newsd Hindi On  
क्या पाकिस्तान में लगने जा रहा है आपातकाल?

कश्मीर को लेकर दुनिया भर में कूटनीतिक मोर्चे पर मात खाने के बाद अब पाकिस्तान के लिए आर्थिक मोर्चे से भी बुरी खबर है। टेरर फंडिंग पर नजर रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ओर से संदिग्ध सूची में डाले जाने के बाद पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका लगा है। FATF एशिया-पैसिफिक ग्रुप (FATF APG) ने अब पाकिस्तान को उसके मानकों पर खरा नहीं उतरने के कारण ब्लैक लिस्ट कर दिया है।

 कई मानकों पर विफल रहा पाकिस्तान

एपीजी की अंतिम रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान अपने कानूनी और वित्तीय प्रणालियों के लिए 40 मानकों में से 32 को पूरा करने में विफल रहा है। इसके अलावा टेरर फंडिंग के खिलाफ सुरक्षा उपायों के लिए 11 मापदंडों में से 10 को पूरा करने में पाकिस्तान विफल साबित हुआ है। अब पाकिस्तान अक्टूबर में ब्लैक लिस्ट हो सकता है, क्योंकि एफएटीएफ की 27-पॉइंट एक्शन प्लान की 15 महीने की समयावधि इसी साल अक्टूबर में खत्म हो रही है।


इस समहू में 41 सदस्य देश हैं। यह संस्था यह सुनिश्चित करती है कि सदस्य देश मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फंडिंग और व्यापक तबाही के हथियारों के प्रसार पर रोक लगाने के लिए तय अंतरराष्ट्रीय मानकों को अपने यहां प्रभावी तरीके से लागू करें। एफएटीएफ एपीजे के इस फैसले पर अक्टूबर में होने वाली अपनी बैठक में विचार करेगा। फिलहाल, पाकिस्तान अभी वैश्विक संस्था के ‘ग्रे लिस्ट’ में मौजूद है।

गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और इंग्लैंड के दबाव के बाद FATF पाकिस्तान को जून 2018 से संदिग्ध सूची में डाल चुका है। एपीजी की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ प्रतिकूल तथ्य पाए जाने के बाद अक्टूबर 2019 से उसे नकारात्मक रडार पर रखा जाएगा।


पाकिस्तान के रेल मंत्री पर लंदन में हमला


(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)