दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित का निधन हो गया है। वह 81 वर्ष की थीं। शीला दीक्षित (Sheila Dixit) ने एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल में शनिवार दोपहर 3.30 बजे अंतिम साँसें ली। शीला दीक्षित हृदय संबंधी रोग से पीड़ित थीं और पिछले साल फ्रांस में उनकी हार्ट सर्जरी भी हुई थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आज शाम 6 बजे से उनका पार्थिव शरीर निजामुद्दीन स्थित उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। रविवार दोपहर 2:30 बजे दिल्ली के निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित (Sheila Dixit) दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी थीं। मुख्यमंत्री रहने के बाद शीला दीक्षित केरल की राज्यपाल भी रह चुकी थीं। वर्तमान में वे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष थीं।
शीला दीक्षित का सियासी सफर
शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था। शीला दीक्षित ने पहली बार 1984 में कन्नौज सीट से चुनाव लड़ा था। यहां उन्होंने सपा के छोटे सिंह यादव को हराया था। 1984 से 1989 तक सांसद रहने के दौरान वे यूनाइटेड नेशंस कमीशन ऑन स्टेटस ऑफ वीमेन में भारत की प्रतिनिधि रहीं। 1986–1989 तक वे केंद्रीय मंत्री भी रहीं। इसके बाद 1998 में वे नई दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं और 2013 तक इस पद पर रहीं।
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2014 में उन्हें केरल का राज्यपाल बनाया गया था। हालांकि, उन्होेंने 25 अगस्त 2014 को इस्तीफा दे दिया था। वे इस साल उत्तर-पूर्व दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ीं थीं। हालांकि, उन्हें बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।