मडगांव, 1 मई (आईएएनएस)। वर्ष 1962 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय फुटबाल टीम के हिस्सा रह चुके फ्रेंको फोर्टुनाटो ने कहा है कि दिवंगत चुन्नी गोस्वामी हमेशा भारतीय फुटबाल के ‘गोल्डन ब्वॉय’ बने रहेंगे।
भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान चुन्नी गोस्वामी का गुरुवार को एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 82 वर्ष के थे।
फोर्टुनाटो ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की वेबसाइट पर कहा, ” चुन्नी गोस्वामी भारतीय फुटबाल के गोल्डन ब्वॉय थे और वह हमेशा भारतीय फुटबाल के गोल्डन ब्वॉय बने रहेंगे।”
उन्होंने कहा, ” मैदान पर वह एक जादूगर थे। एक सम्पूर्ण खिलाड़ी थे। वह शूट कर सकते थे, पास कर सकते थे। गेंद पर उनकी पकड़ अद्भत थी। 1962 में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली एक शानदार टीम थी। लेकिन चुन्नी इससे ज्यादा थे। वह हमारे कप्तान थे।”
भारत के लिए 25 मैच खेल चुके फोर्टुनाटो ने आगे कहा, ” हम हाल के दिनों तक लगातार संपर्क में थे। हमारे कोच रहीम साहब की याद में बन रही बॉलीवुड फिल्म की शूटिंग के दौरान उनसे मिलने का मौका मिला। चुन्नी, पीके (दिवंगत पीके बनर्जी) और (तुलसीदास) बालाराम की फॉरवर्ड लाइन काफी खतरनाक थी।”
फोर्टुनाटो और गोस्वामी करीब नौ साल तक भारतीय टीम के लिए एकसाथ खेले थे।
गोस्वामी की कप्तानी में भारत ने 1962 एशियाई खेल में स्वर्ण पदक जीता था और 1964 में एशियन कप में उपविजेता भी रहा था।
उन्होंने मोहन बागान के लिए 1956 से 1964 तक 50 मैच खेले थे। एक क्रिकेटर के तौर पर उन्होंने 1962 से 1973 तक अपने राज्य के लिए 46 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेले थे।
गोस्वामी को 1963 मे अर्जुन अवार्ड से और 1983 में पद्मश्री अवार्ड से नवाजा गया था।
उन्होंने 1968-69 सीजन में रणजी ट्रॉफी में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया था। इसके अलावा वह दलीप ट्रॉफी में ईस्ट जोन के लिए भी खेले थे। उन्होंने 46 प्रथम श्रेणी मैचों में 1592 रन बनाए थे।
गोस्वामी ने टाटा फुटबाल अकादमी में बतौर निदेशक अपनी सेवाएं भी दी थीं।
– – आईएएनएस