ग्रेट बैरियर रीफ को करना पड़ रहा चुनौतियों का सामना

  • Follow Newsd Hindi On  

कैनबरा, 11 जुलाई (आईएएनएस)| ऑस्ट्रेलिया के ग्रेट बैरियर रीफ की सेहत घातक पर्यावरणीय समस्याओं के बीच कुछ चुनौतियों का सामना कर रही है। गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ। एफे न्यूज ने ऑस्ट्रेलियन इंस्टीट्यूट ऑफ मरीन साइन्स (एआईएमएस) के हवाले से कहा, क्राउन-ऑफ-थ्रोन्स स्टारफिश का प्रकोप, जो एक बड़े क्षेत्र में मूंगे की प्रजनन आबादी को तबाह कर चुका है। पिछले पांच वर्षो में कोरल ब्लीचिंग और चक्रवात, मुख्य समस्याओं में से एक रहा है, जिससे यहां मूंगे की संख्या में कुछ कमी आई है।

एआईएमएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पॉल हार्डिस्टी ने कहा, “ग्रेट बैरियर रीफ आज भी खूबसूरत है, लेकिन यह कई समस्याओं का सामना कर रहा है।”


इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि तनाव पैदा करने वाले मुख्य कारणों में पानी की गंदगी, समुद्र का उच्च तापमान और उनमें बदलाव शामिल है जो इसके ठीक होने के दर को काफी हद तक कम कर देता है और ये चीजें जितने कम समय के अंदर बार-बार होती रहेगी इसे ठीक होने में और भी ज्यादा वक्त लगेगा।

एआईएमएस के लॉन्ग टर्म मॉनिटरिंग प्रोग्राम लीडर और इकोलॉजिस्ट माइक एम्स्ली ने कहा, “हम जानते हैं कि वक्त के साथ रीफ ठीक हो सकता है और सही अवस्था में आ सकता है। हाल के कुछ वर्षो में इन प्राकृतिक समस्याओं से कुछ हद तक राहत मिली है जिससे महत्वपूर्ण बदलाव देखे जा सकते हैं।”

मध्य और रीफ के दक्षिणी क्षेत्रों में इन समस्याओं में कमी आई है, जबकि उत्तरी भाग की स्थिति स्थिर है।


ग्रेट बैरियर रीफ में 400 प्रकार की मूंगे की प्रजातियां पाई जाती हैं और यह 1,500 प्रकार की मछलियों की प्रजाति का घर भी है और यहां 4,000 प्रकार की विभिन्न चूर्णप्रावार प्रजातियां रहती हैं। ग्रेट बैरियर रीफ की हालत में साल 1990 से गिरावट आई जब वायुमंडल में कार्बन डाईऑक्साइड की अधिक मात्रा की वजह से पानी के तापमान में और अम्लता में वृद्धि हुई और इसी के प्रभाव के चलते ग्रेट बैरियर रीफ को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)