GDP Growth Rate: आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार के लिए एक बुरी खबर सामने आई है। देश की विकास रफ्तार को झटका लगा है और GDP में गिरावट दर्ज की गई है। पहली तिमाही में यह घटकर 5 फीसदी रही है। यह पिछले 6 साल की सबसे बड़ी गिरावट है। आज सरकार ने इस बारे में आंकड़े जारी किये हैं।
30 जून को समाप्त हुए तिमाही में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 5 प्रतिशत बढ़ा है, जो पिछले 6 साल में सबसे कमजोर है। यह दर अर्थशास्त्रियों की उम्मीदों से कम था, और पिछली तिमाही में 5.8 प्रतिशत से कम था। वहीं पिछले साल अप्रैल-जून 2018 में भारत ने 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में गिरावट और एग्रीकल्चर सेक्टर में सुस्ती ने देश की जीडीपी ग्रोथ को जोरदार झटका दिया है। इससे पहले, 2012-13 की अप्रैल-जून तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 4.9 फीसदी के निचले स्तर दर्ज की गई थी।
लगभग हर क्षेत्र में दर्ज की गई मंदी
– कंस्ट्रक्शन सेक्टर में ग्रोथ 7.1 फीसदी से घटकर 5.7 फीसदी रही है।
– वहीं फाइनेंशियल और रियल एस्टेट सेक्टर में 5.9 फीसदी की ग्रोथ रही।
– माइनिंग सेक्टर की ग्रोथ 2.7 फीसदी रही है।
– ट्रेड और होटल सेक्टर की ग्रोथ पहली तिमाही में 7.1 फीसदी रही है।
– इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर ग्रोथ 4.3 फीसदी से बढ़कर 8.6 फीसदी हो गई।
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रेटिंग एजेंसी मूडीज का भारत को झटका, GDP वृद्धि दर अनुमान घटाकर 6.2 फीसदी किया