हैदराबाद की कंपनी ग्लैंड फार्मा ने आईपीओ के लिए भारतीय सेबी (SEBI) के पास शुरुआती दस्तावेज जमा कराए हैं। आईपीओ के तहत कंपनी 1,250 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी। नए शेयरों के अलावा कंपनी 3.4 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) भी लाएगी।
इस कंपनी में तकरीबन 74 फीसदी हिस्सेदारी चीनी कंपनी की है। दस्तावेजों के अनुसार, आईपीओ के तहत 1,250 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे और 3,48,63,635 शेयरों की बिक्री भी की जाएगी। बिक्री पेशकश के तहत फोसुन फार्मा इंडस्ट्रियल पीटीई लि. 1,93,68,686 शेयरों की बिक्री करेगी।
ग्लैंड सेल्सस बायो केमिकल्स 1,00,47,435, एम्पावर डिस्क्रिएशनरी ट्रस्ट 35,73,014 शेयरों और निलाय डिस्क्रिएशनरी ट्रस्ट 18,74,500 शेयर बिक्री के लिए पेश करेगी। बैंकिंग (Banking) सूत्रों ने कहा कि कंपनी का आईपीओ (IPO) करीब 3,000 करोड़ रुपये की कीमत का होगा।
70 फीसदी से ऊपर है चीनी कंपनी की हिस्सेदारी
चीन की फार्मा कंपनी फोसुन फार्मा के पास ग्लैंड फार्मा कंपनी में फोसुन सिंगापुर के जरिए करीब 74 फीसदी की हिस्सेदारी है। फोसुन फार्मा ने अक्टूबर 2017 में ग्लैंड फार्मा में इस हिस्सेदारी को खरीदा था। फोसुन फार्मा 86 फीसदी हिस्सेदारी खरीदना चाहती थी, लेकिन तब भारत सरकार की दखलंदाजी के बाद उसे 74 फीसदी पर ही रोक दिया गया।
ये सब अगस्त 2017 में हुआ था, जब भारत और चीन के बीच डोकलमान में संघर्ष की स्थिति बनी हुई थी। आईपीओ लाने की ये पेशकश उस दौरान जब कुछ समय पहले ही गलवान घाटी में भारत और चीन के सेना के बीच खूनी झड़प हुई। जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। वहीं पिछले दिनों ही सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए भारत सरकार ने चीन के 59 ऐप बैन किए हैं।