पुण्यतिथि: भारतीय सिनेमा के युगपुरुष सत्यजीत रे, इन 5 फिल्मों ने रे को अमर बना दिया

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पुण्यतिथि: भारतीय सिनेमा के युगपुरुष सत्यजीत रे, इन 5 फिल्मों ने रे को अमर बना दिया

सत्यजीत रे को उनके अहम योगदान के लिए भारतीय सिनेमा का युगपुरुष माना जाता है। भारतीय सिनेमा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले सत्यजीत रे को आज भी भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े फिल्मकार के तौर पर देखा जाता है। सत्यजीत रे भारतीय सिनेमा के एकमात्र ऐसे कलाकार हैं, जिन्होंने पद्मश्री, पद्म विभूषण, ऑस्कर अवॉर्ड, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार सहित कई बड़े सम्मान अपने नाम किए।

पूरी दुनिया में अपनी फिल्मों के लिए जाने वाले सत्यजीत रे को 32 बार नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया। आज उन्की पुण्यतिथि पर आप भी जानें उनकी 5 सबसे महत्वपूर्ण फिल्मों के बारे में।


अपू ट्रायोलॉजी– तीन भागों में बनायी गई यह फिल्म देश भर में काफी पसंद की गई। अपू ट्रायोलॉजी के तीन भागों में से पहला भाग पाथेर पांचाली (1955), दूसरा भाग अपराजितो (1956) और तीसरा भाग द वर्ल्ड ऑफ अपू (1959) में आया। अंतराष्ट्रीय कला क्षेत्र के लिए भारतीय सिनेमा के दरवाज़े इसी फिल्म से खुले।


महानगर– 1963 में आई यह फिल्म बड़े शहरों की कहानी बयान करती है। इस फिल्म में सत्यजीत रे ने बड़ी खूबसूरती से दर्शाया है कि बड़े शहरों में रहने वाले लोगों के लिए गुजर-बसर करना कितना मुश्किल होता है। साथ ही इस फिल्म में बताया गया है कि किस तरह से बड़े शहर में रहने वाली महिलाएं ऑफिस में काम करने के साथ घर के काम भी बड़ी सहजता से करने में सक्षम होती हैं।


चारूलता– सत्यजीत रे की 1964 में आई इस फिल्म को अपने समय से आगे की फिल्म माना जाता है क्योंकि यह फिल्म महिला के जीवन और अकेलेपन को बहुत सहजता से दर्शाती है। फिल्म में एक महिला के अकेलेपन को दिखाया गया है।



शतरंज के खिलाड़ी– यह फिल्म हिंदी भाषा में बनाई गई सत्यजीत रे की इकलौती फिल्म थी जो 1977 में बड़े पर्दे पर आई। फिल्म की कहानी अवध के आखिरी मुगल वाजिद अली शाह और उनके शासन के पतन पर आधारित है। फिल्म में उनके मंत्रियों की कहानी बताई गई जिनको शतरंज खेलने की जिद रहती है और वो इसे आनंदित हो कर खेलने के लिए महफूज जगहों की तलाश करते रहते हैं। फिल्म का केंद्र संवेदनशील ना रख कर हल्के-फुल्के अंदाज में रखा गया है। इसमें मुख्य किरदार में अमजद खान, संजीव कुमार और सहीद जाफरी थे।


आगंतुक – आगंतुक फिल्म सत्यजीत रे की आखरी फीचर फिल्म थी। फिल्म में मुख्य किरदार में उत्पल दत्त थे। फिल्म की स्क्रिप्ट, डायलॉग और सीन्स सभी को काफी पसंद किया गया। सत्यजीत रे के निर्देशन और उत्पल दत्त के बेहतरीन अभिनय ने फिल्म में चार चांद लगा दिए थे।

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