नई दिल्ली, 26 जून (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव में अपनी हार के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल उठाने को लेकर बुधवार को विपक्षी दलों पर हमला किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संसद में अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में जवाब देते हुए मोदी ने लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों के विचार पर चर्चा के लिए उनके द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग नहीं लेने के लिए विपक्ष की आलोचना की।
उन्होंने ईवीएम का विरोध करने वालों पर तकनीक विरोधी होने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “सदन में कुछ लोग ईवीएम के बारे में बात करते रहे हैं.. एक समय था जब हम संसद में हमारे सिर्फ दो सांसद थे। लोग हमारा मजाक उड़ाते थे, लेकिन हमने कठिन परिश्रम किया और लोगों का विश्वास जीता।”
मोदी ने कहा, “हमने कोई बहाना नहीं बनाया।”
उन्होंने सभी से देश की चुनाव प्रक्रिया की सराहना करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “1950 के दशक में मतदान प्रक्रिया में बहुत अधिक समय लगता था। कुछ स्थानों पर हिंसा और बूथ पर कब्जा करने की बात आम थी। अब मतदाताओं की संख्या बढ़ने की खबरें आती हैं। यह स्वस्थ संकेत है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि ईवीएम से बहुत से चुनाव कराए गए, जिससे विभिन्न पार्टियो को कई राज्यों में सरकार चलाने का अवसर मिला।
उन्होंने कहा, “फिर आज ईवीएम पर सवाल क्यों?”
मोदी ने कहा कि 1992 से 113 विधानसभा व चार लोकसभा चुनाव ईवीएम के जरिए कराए गए हैं। अदालत ने इस पर सकारात्मक फैसला दिया है।
उन्होंने कहा, “जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वे सिर्फ ईवीएम का विरोध नहीं कर रहे, बल्कि उन्हें तकनीक, डिजिटल लेनदेन, आधार, जीएसटी, भीम एप से भी दिक्कत है।”
उन्होंने कहा, “इस तरह की नकारात्मकता क्यों। इसी नकारात्मकता के कारण कुछ पार्टियां लोगों का विश्वास जीतने में असमर्थ रही हैं।”