हाथरस कांड में जो भी दोषी होगा, वह बख्शा नहीं जाएगा : अपर मुख्य सचिव गृह

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हाथरस, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी के साथ अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने शनिवार को हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म के बाद युवती के परिवार के लोगों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी होगा, वह बख्शा नहीं जाएगा।

पीड़ित परिवार से मिलने के बाद डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी तथा अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने हाथरस पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में मीडिया से वार्ता में बताया कि, “हमने परिवार के साथ बातचीत में उनकी हर शिकायत का संज्ञान लिया है। इस केस से संबंधित उनकी हर शिकायत का निस्तारण होगा। डीजीपी एससी अवस्थी ने उनको नोट भी किया है। इसका निर्देश एसआइटी को भी दिया गया है। इस मामले में जो भी दोषी होगा, वह बख्शा नहीं जाएगा।”


अवस्थी ने बताया कि, “एसआईटी की पहली रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसपी व सीओ के साथ पांच लोगों को निलंबित किया गया है। अब एसआईटी की अगली रिपोर्ट पर भी सख्त कार्रवाई होगी। एसआईटी भी पीड़ित परिवार की हर बात को गंभीरता से सुनेगी, ऐसा उनको निर्देश है।”

उन्होंने कहा, “इसके साथ ही हमने आज सभी जनप्रतिनिधियों के साथ भी वार्ता करने के बाद उनसे जिले में शांति व्यवस्था को बनाए रखने की अपील की है। किसी भी प्रकार का बवाल न हो, इसका भी इंतजाम किया गया है। इसके साथ ही जातीय संघर्ष भी टालने के लिए जनप्रतिनिधियों को बड़ी भूमिका में आने का अनुरोध किया गया है।”

अवनीश अवस्थी ने कहा कि, “इसी के साथ डीआईजी को निर्देश दिया गया है कि गांव की सुरक्षा अब स्थाई रहेगी। पीड़ित परिवार के घर पर भी स्थाई सुरक्षा रहेगी।”


डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी तथा अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने हाथरस के बूलगढ़ी गांव पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। इन्होंने इस दौरान मृत युवती के पिता, मां, दोनों भाई व बहनों सहित नौ लोगों से बातचीत की। इस दौरान डीजीपी के साथ ही अपर मुख्य सचिव ने पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया। मृतका के पिता ने जब इनके सामने हाथ जोड़े तो डीजीपी एसजी अवस्थी ने उनके कंधे पर हाथ रखा और इसके बाद दोनों अधिकारियों ने मृत युवती के पिता तथा भाइयों के साथ काफी देर तक बातचीत भी की।

इससे पहले मीडियाकर्मियों को गांव में जाने की अनुमति नहीं थी। मीडियाकर्मी गांव के बाहर से ही कवरेज कर रहे थे। मीडिया के गांव में प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। जिसके विरोध में मीडियाकर्मियों ने धरना तक दिया था।

–आईएएनएस

विकेटी/एएनएम

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