भारतीय क्रिकेट टीम के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह आज 39 साल के हो गए हैं। स्पिन स्टार हरभजन सिंह का जन्म 3 जुलाई 1980 को पंजाब के जालंधर में एक सिख परिवार में हुआ था। हरभजन ‘भज्जी’ के नाम से भी मशहूर हैं। श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन के बाद हरभजन टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले ऑफ स्पिनर हैं। क्रिकेट इतिहास में भज्जी को टॉप ऑफ स्पिनरों में से एक माना जाता है। गेंदबाजी के साथ-साथ भज्जी ने बल्लेबाजी में भी अपना कमाल दिखाया है।
हरभजन से जुड़ी 6 बड़े रिकार्ड :
टेस्ट में 400 विकेट लेने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय
हरभजन सिंह टेस्ट क्रिकेट में 400 विकेट लेने वाले सबसे युवा गेंदबाज हैं। हरभजन ने सिर्फ 31 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में 400 विकेट हासिल कर लिए थे। उनसे पहले यह कारनामा महान श्रीलंकाई स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ही कर पाए, जिन्होंने 29 साल 273 दिन में 400 विकेट अपने नाम किए थे। इन दोनों के बाद शेन वॉर्न (31 साल 346 दिन) और डेल स्टेन (32 साल 33 दिन) का नंबर आता है।
टेस्ट में भारत के सबसे सफल ऑफ स्पिनर
टेस्ट क्रिकेट में हरभजन सिंह के नाम सबसे ज्यादा 417 विकेट हैं। उनके बाद ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (316) दूसरे नंबर पर हैं। अगर सिर्फ स्पिनर्स की बात की जाए तो दिग्गज अनिल कुंबले 619 विकेट के साथ भारत के सबसे सफल गेंदबाज हैं। दूसरे स्थान पर कपिल देव (434), हरभजन सिंह (417), रविचंद्रन अश्विन (316) फिर जहीर खान (311) हैं।
एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट
तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में बतौर स्पिनर सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड भी भज्जी के ही नाम है। उन्होंने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 32 विकेट झटके थे। ये रिकॉर्ड आजतक कोई नहीं तोड़ पाया है। सीरीज में भारत की शानदार वापसी के लिए क्रेडिट का एक बड़ा हिस्सा हरभजन सिंह को जाता है।
टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय
2001 में ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर आई थी, उस वक्त भज्जी की गेंदों ने कंगारु बल्लेबाजों को जमकर परेशान किया था। उस दौरान विश्व के महान बल्लेबाज रिकी पोंटिंग को हरभजन ने 5 बार आउट किया था। मार्च 2001 में हरभजन सिंह ने दूसरे टेस्ट के पहले दिन पहली टेस्ट हैट्रिक ली थी। इसी के साथ वह टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज भी बन गए थे। हालांकि उनके बाद इरफान पठान ने भी पाकिस्तान के खिलाफ कराची 2006 में पहले ही ओवर में हैट्रिक ली थी।
टेस्ट क्रिकेट में लगातार दो शतक भी लगाए
भज्जी सिर्फ खतरनाक गेंदबाज ही नहीं उपयोगी बल्लेबाज भी थे। उन्होंने नवंबर 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अहमदाबाद और हैदराबाद टेस्ट मैचों में शतक लगाए। उन्होंने 115 और नाबाद 111 रनों की पारियां खेली थी। वे टेस्ट क्रिकेट में भारत की तरफ से आठवें क्रम पर बल्लेबाजी कर लगातार दो शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने।
दो वर्ल्ड कप में रहे टीम का हिस्सा
हरभजन टीम इंडिया के कुछ उन खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिनके नाम दो वर्ल्ड कप हैं। वह 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और फिर 2011 में आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया के सदस्य हैं
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