Hariyali Teej 2019: आज हरियाली तीज 2019 है। हरियाली तीज को हिंदू धर्म में सुहागनों के लिए बेहद खास माना जाता है। किसी भी फेस्टिवल को खास बनाने के लिए पकवानों का बहुत महत्व होता है। इसी तरह हरियाली तीज पर भी ऐसे पकवान बनाए जाते हैं, जो बेहद लजीज होते हैं। अगर आप भी हरियाली तीज पर कुछ लजीज रेसिपी ट्राई करना चाहते हैं, तो एक बार इन ऑप्शन्स पर नजर डाल सकते हैं-
घेवर
सामग्री
डेढ़ कटोरी मैदा, 2 कप पानी, डेढ़ बड़ा चम्मच जमा गाढ़ा घी, डेढ़ कप बर्फ का ठंडा पानी, घी, सवा 2 कटोरी शक्कर, गुलाब पत्ती, चुटकी भर पीला रंग, कटे हुए पिस्ता व बादाम, 1 मटका रखने वाली रिंग।
विधि
सबसे पहले जमा हुआ गाढ़ा घी लेकर एक बर्तन में बर्फ के ठंडे पानी के साथ खूब फेंटें। करीबन 5-10 मिनट बाद घी में से पानी बाहर निकल जाता है। अब पानी निथारकर इसमें थोड़ा-थोड़ा कर मैदा मिलाकर फेंटे।
जब भजिए से भी पतला घोल तैयार हो जाए, तब छोटी कड़ाही में मटका रखने वाली रिंग रखें। इसमें घी डालकर गर्म करें। जब घी अच्छी तरह गर्म हो जाए, तब रिंग के बीच में धीरे-धीरे धार-सी बनाते हुए मैदे का घोल छोड़ें। रिंग करीब आधा डूबा होना चाहिए।
हल्का बादामी होने लगे, तब सलाई की सहायता से घेवर उठा लीजिए। घेवर पर 3-4 बार डेढ़ तार की गर्म चाशनी डालें और तैयार घेवर को मेवे से सजाकर पारंपरिक व्यंजन पेश करें।
केसरिया भात
सामग्री
1 कटोरी बासमती चावल, डेढ़ कटोरी शकर, इलायची पावडर आधा चम्मच, 5-7 केसर के लच्छे, मीठा पीला रंग चुटकी भर या आधा चम्मच हल्दी, 15-20 किशमिश (गुनगुने पानी में भीगे हुए), 1 चम्मच घी, 2-3 लौंग, मेवे की कतरन (पाव कटोरी)।
विधि
चावल बनाने के पूर्व 1 घंटे तक गलाकर रखें। अब एक बड़े मर्तबान में पानी उबाल लें। उसमें हल्दी डालें और चावल पकाकर थाली में ठंडा होने के लिए रख दें। दूसरी ओर एक से डेढ़ तार की चाशनी तैयार कर लें, उसमें पके चावल डालकर कुछ देर चलाएं।
अब इलायची एवं मीठा रंग मिलाएं। एक पैन में अलग से घी गर्म करके उसमें लौंग डालें और ऊपर से चावल पर बुरकाएं, साथ ही मेवे की कतरन और भीगे हुए किशमिश भी डालें और मिलाकर ठंडा या गर्म जैसे चाहे लजीज शाही केसरिया भात पेश करें।
रवे के लड्डू
सामग्री
500 ग्राम सूजी (रवा), 500 ग्राम घी, 400 ग्राम शक्कर का बूरा, 20-25 किशमिश, इलायची पावडर एवं गुनगुना पानी।
विधि
सबसे पहले सूजी को छानकर उसमें 2-3 बड़े चम्मच गरम घी का मोयन डालकर अच्छी तरह मिला लें। अब सूजी को गुनगुने पानी से कड़ा गूंध लें। एक कड़ाही में घी गरम रखें और आटे के बड़े-बड़े मुठिए बनाकर धीमी आंच पर तल लें।
अब तले मुठिए को हाथ से बारीक मसलकर उसका रवा तैयार करके बारीक चलनी से छान लें। जब सारे मुठिए का जब रवा तैयार हो जाए तब उसे थोड़ी देर ठंडा होने के लिए रख दें। अब उसमें शक्कर का बूरा, इलायची पावडर डालकर मिश्रण को एकसार कर लें।
अब अगर जरूरत हो तो और घी मिलाती जाएं, ताकि लड्डूस आसानी से बन सकें। लड्डूर बनाने के बाद ऊपर से एक-एक किशमिश चिपका दें। लीजिए तैयार है रवे के लाजवाब लड्डूब।
जायकेदार दाल-बाटी
सामग्री
1 किलो गेहूं का दरदरा आटा, 1 किलो शुद्ध देशी घी, 1 चम्मच जीरा, 1 चम्मच अजवाइन, 1 चम्मच सौंप, आधी कटोरी दही, नमक आवश्यकतानुसार।
विधि
आटे में जीरा, अजवाइन, सौंप, दही, नमक व दो बड़े चम्मच घी खूब अच्छी तरह मिक्स कर लें और गुनगुने पानी से कड़ा गूंथ लें।
लड्डू के आकार की तरह गोल-गोल बना लें। सेंकने के लिए रख दें। सिंकने पर बाटी को हल्के हाथ से फोड़कर पिघलते घी में डालती जाएं। बाटी तैयार है। इसे गरमा-गरम दाल और हरी चटनी के साथ खाएं और खिलाएं।
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