हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले, बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के पूर्व नेता अशोक तंवर, जो कुछ महीने पहले बीजेपी में शामिल हुए थे, अब फिर से कांग्रेस में लौट आए हैं। उन्होंने गुरुवार को राहुल गांधी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा की उपस्थिति में महेंद्रगढ़ जिले में एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस में वापसी की।
अशोक तंवर ने 2019 में कांग्रेस छोड़ दी थी और इसके बाद वे आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। इस साल की शुरुआत में उन्होंने बीजेपी का दामन थामा था, लेकिन सिरसा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के बावजूद उन्हें कुमारी सैलजा के हाथों हार का सामना करना पड़ा। अब चुनाव से ठीक पहले तंवर की कांग्रेस में वापसी ने हरियाणा की राजनीति में हलचल मचा दी है।
तंवर की वापसी कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि वह हरियाणा के एक प्रमुख दलित नेता हैं और राज्य में उनके पास मजबूत राजनीतिक पकड़ है। उनके कांग्रेस में लौटने से पार्टी को दलित वोट बैंक को साधने में मदद मिल सकती है, जो आगामी चुनाव में निर्णायक साबित हो सकता है।
विधानसभा चुनाव में अब सिर्फ दो दिन बचे हैं, ऐसे में तंवर की यह वापसी बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका है, जो पहले से ही अंदरूनी कलह और असंतोष से जूझ रही है। अब देखना यह होगा कि तंवर की वापसी से कांग्रेस को कितनी चुनावी बढ़त मिलती है।